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Shimla News: नगर निगम का बालूगंज में आवासीय प्रोजेक्ट लटका
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पशु बांधकर किया कब्जा, निगम ने काम शुरू करने के लिए पहुंचा दी थी मशीनरी
यहां पर सब्जी मंडी से शिफ्ट होने वाले कर्मचारियों के लिए बनाए जाने हैं 72 आवास
संवाद न्यूज एजेंसी
शिमला। नगर निगम की ओर से बालूगंज में बनाए जा रहा आवासीय प्रोजेक्ट का काम लटक गया है। यहां पर खाली किए स्थान पर दोबारा से कब्जा कर पशु बांधने शुरू हो गए हैं। इसके चलते यहां पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है। उधर, कब्जे की सूचना मिलने के बाद नगर निगम की टीम ने मौके का दौरा किया। नगर निगम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज चंदेल ने कहा कि यहां पर पशुओं को न बांधा जाए। कहा कि यहां पर कर्मचारियों के लिए आवास बनाए जाने हैं। ऐसे में पशुओं के यहां पर बंधे होने के कारण काम सुचारु रूप से शुरू नहीं हो पा रहा है।
नगर निगम बालूगंज के पशु पड़ाव में अपने कर्मचारियों के लिए आवासीय कॉलोनी बनाने जा रहा है। इसका निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग ने करना है। नगर निगम की ओर से इसको लेकर छह करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया है। नगर निगम के प्रोजेक्ट के तहत कर्मचारियों के लिए कुल 72 आवास बनाए जाने हैं। करीब दो साल के भीतर इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है जिससे निगम के कर्मचारियों को आधुनिक और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराए हो सकें। दूसरी ओर काम में रुकावट आने के बाद प्रोजेक्ट के कार्याें में देरी हो रही है।
इनसेट
सब्जी मंडी से बालूगंज शिफ्ट होंगे नगर निगम कर्मचारी
सरकार सब्जी मंडी स्थित सूजी लाइन क्षेत्र में नया परिसर बनने जा रहा है। इसको लेेकर करीब 300 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। इसमें नगर निगम के सभी दफ्तर, दुकानें, गाड़ियों की पार्किंग के अलावा अन्य सुविधाएं मिलेंगी। निगम को इससे आय भी होगी, लेकिन अभी यहां पर रहने वाले कर्मचारियों ने आवास खाली नहीं किए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक कि उन्हें किसी दूसरी जगह आवास उपलब्ध नहीं होते हैं वे खाली नहीं करेंगे। इसको लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम शहर में खाली पड़ी एआईआर और सीपीडब्ल्यूडी के आवासों को अस्थायी रूप से कर्मचारियों को उपलब्ध करवाने के कार्य में जुटा हुआ है। यहीं कारण है कि अगर यह आवास उन्हें मिल जाते हैं, तो नगर निगम मासिक किराये पर इन्हें कर्मचारियों के लिए उपलब्ध करवाएगा। इसके बाद जब पशु पड़ाव मेें आवास बनने के बाद कर्मचारियों को यहां से शिफ्ट किया जाएगा।
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यहां पर सब्जी मंडी से शिफ्ट होने वाले कर्मचारियों के लिए बनाए जाने हैं 72 आवास
संवाद न्यूज एजेंसी
शिमला। नगर निगम की ओर से बालूगंज में बनाए जा रहा आवासीय प्रोजेक्ट का काम लटक गया है। यहां पर खाली किए स्थान पर दोबारा से कब्जा कर पशु बांधने शुरू हो गए हैं। इसके चलते यहां पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है। उधर, कब्जे की सूचना मिलने के बाद नगर निगम की टीम ने मौके का दौरा किया। नगर निगम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज चंदेल ने कहा कि यहां पर पशुओं को न बांधा जाए। कहा कि यहां पर कर्मचारियों के लिए आवास बनाए जाने हैं। ऐसे में पशुओं के यहां पर बंधे होने के कारण काम सुचारु रूप से शुरू नहीं हो पा रहा है।
नगर निगम बालूगंज के पशु पड़ाव में अपने कर्मचारियों के लिए आवासीय कॉलोनी बनाने जा रहा है। इसका निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग ने करना है। नगर निगम की ओर से इसको लेकर छह करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया है। नगर निगम के प्रोजेक्ट के तहत कर्मचारियों के लिए कुल 72 आवास बनाए जाने हैं। करीब दो साल के भीतर इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है जिससे निगम के कर्मचारियों को आधुनिक और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराए हो सकें। दूसरी ओर काम में रुकावट आने के बाद प्रोजेक्ट के कार्याें में देरी हो रही है।
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सब्जी मंडी से बालूगंज शिफ्ट होंगे नगर निगम कर्मचारी
सरकार सब्जी मंडी स्थित सूजी लाइन क्षेत्र में नया परिसर बनने जा रहा है। इसको लेेकर करीब 300 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। इसमें नगर निगम के सभी दफ्तर, दुकानें, गाड़ियों की पार्किंग के अलावा अन्य सुविधाएं मिलेंगी। निगम को इससे आय भी होगी, लेकिन अभी यहां पर रहने वाले कर्मचारियों ने आवास खाली नहीं किए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक कि उन्हें किसी दूसरी जगह आवास उपलब्ध नहीं होते हैं वे खाली नहीं करेंगे। इसको लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम शहर में खाली पड़ी एआईआर और सीपीडब्ल्यूडी के आवासों को अस्थायी रूप से कर्मचारियों को उपलब्ध करवाने के कार्य में जुटा हुआ है। यहीं कारण है कि अगर यह आवास उन्हें मिल जाते हैं, तो नगर निगम मासिक किराये पर इन्हें कर्मचारियों के लिए उपलब्ध करवाएगा। इसके बाद जब पशु पड़ाव मेें आवास बनने के बाद कर्मचारियों को यहां से शिफ्ट किया जाएगा।