सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Himachal Pradesh ›   Shimla News ›   vigilance department is preparing to file a charge sheet in the water scam that took place in Theog and has so

Himachal: ठियोग में हुए पानी के घोटाले में चालान पेश करने की तैयारी, विजिलेंस ने मांगी प्रशासनिक मंजूरी

अमर उजाला ब्यूरो, शिमला। Published by: Krishan Singh Updated Sat, 20 Dec 2025 12:02 AM IST
सार

विजिलेंस ने इसके लिए विभाग से प्रशासनिक मंजूरी मांगी है। विजिलेंस ने इस मामले में 7 कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियर और ठेकेदारों को आरोपी बनाया है।

विज्ञापन
vigilance department is preparing to file a charge sheet in the water scam that took place in Theog and has so
स्टेट विजिलेंस हिमाचल - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

शिमला जिले के ठियोग विधानसभा क्षेत्र में टैंकरों से पानी की आपूर्ति में हुए लाखों के गड़बड़झाले में चालान पेश करने की तैयारी है। विजिलेंस ने इसके लिए विभाग से प्रशासनिक मंजूरी मांगी है। विजिलेंस ने इस मामले में 7 कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियर और ठेकेदारों को आरोपी बनाया है। बताया जा रहा है कि इनमें तीन ठेकेदार और पांच इंजीनियर व कर्मचारी हैं। विजिलेंस ने इस मामले में इसी साल 3 फरवरी को मामला दर्ज किया था। प्रदेश सरकार ने इस मामले में जलशक्ति विभाग के करीब 10 इंजीनियरों को निलंबित किया था। हालांकि, बाद में इनका निलंबन बहाल कर दिया गया। कई इंजीनियरों को इधर से उधर किया गया है। आने वाले दिनों में इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

Trending Videos

विजिलेंस ब्यूरो ने जांच में पाया है कि विभाग के इंजीनियरों, ठेकेदारों और लोगों के बयान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं। जल शक्ति विभाग की ओर से जारी किए गए टेंडर की शर्तों के मुताबिक कार्य नहीं हुआ है। शर्तों के मुताबिक ठियोग के लेलू पुल के पास से स्वच्छ पानी की सप्लाई की जानी थी, लेकिन जांच में सामने आया कि ठेकेदार ने इस स्थान से टैंकरों और पिकअप में पानी भरा ही नहीं। टैंकर और पिकअप के चालकों ने नालों से पानी भरकर लोगों को पिला दिया।
आरोप हैं कि ठेकेदारों ने जल शक्ति विभाग के दफ्तर में कर्मचारियों के साथ मिलकर बिल तैयार किए हैं। इसमें निलंबित इंजीनियरों, लिपिक की लापरवाही सामने आई है। अधिशासी अभियंता ने जूनियर इंजीनियरों की ओर से तैयार बिल बिना जांचे आगे सरका दिए। विजिलेंस ने इस मामले में 120 लोगों से पूछताछ की है।

विज्ञापन
विज्ञापन

यह है मामला
बता दें कि ठियोग में पिछले साल गर्मियों में टैंकर से पानी की आपूर्ति के नाम पर लाखों का घोटाला सामने आया है। टैंकरों से पानी की आपूर्ति के लिए ठेकेदार को एक करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया। टैंकरों के नाम पर जिन वाहनों के नंबर दिए गए, उनमें मोटरसाइकिल एवं कारों के अलावा एक अफसर की सरकारी गाड़ी भी शामिल है। दो ऐसे गावों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति दर्शाई गई, जहां सड़क नहीं है। ठियोग के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने ठियोग उपमंडल में पानी की आपूर्ति में बड़े घोटाले का आरोप लगाया था।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed