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Shimla News: नशे के आदी इकलौते बेटे ने बुजुर्ग मां से मारपीट कर चिट्टे के लिए तुड़वा दी एफडी
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जिले के ठियोग क्षेत्र का मामला, 15 दिन पहले एसडीएम के पास पहुंची पीड़ित मां, कहा-चिट्टे की लत में पड़ चुका है बेटा
एसडीएम ने पुलिस के माध्यम से बेटे को समझाया, नशामुक्ति केंद्र भेजने को कहा
अमर उजाला ब्यूरो
शिमला। नशे के आदी इकलौते बेटे ने चिट्टा खरीदने के लिए अपनी बुजुर्ग विधवा मां से मारपीट की। जब कहीं से चिट्टा खरीदने के लिए पैसा नहीं मिला तो अपनी एफडी तुड़वा दी। कई सालों की मेहनत से बुजुर्ग मां ने ही यह एफडी बेटे के नाम करवाई थी।
बेटा यही नहीं रुका और रोजाना मां को परेशान करना शुरू कर दिया। यह चौंकाने वाला मामला जिला शिमला के ठियोग का है। पीड़ित मां 15 दिन पहले एसडीएम ठियोग डॉ. शशांक गुप्ता के पास पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई। कहा कि उनका इकलौता बेटा नशे की लत में पड़ गया है। 25 साल का बेटा अब मारपीट भी करने लगा है। उसने मारपीट कर अब एफडी भी तुड़वा दी है। इस पैसे से चिट्टा खरीद लिया। हालांकि, बेटा बालिग है और खुद यह एफडी तुड़वा भी सकता है। मां ने कहा कि बेटा बुढ़ापे में सहारा बनना था, वह नशे का आदी हो गया है। मां ने एसडीएम से बेटे को नशामुक्ति केंद्र पहुंचाने की मांग की। कहा कि बेटे को नहीं खोना चाहती, उसे सुधारा जाए। इसके बाद एसडीएम डॉ. शशांक गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों से बात कर बेटे को समझाया। साथ ही पुलिस को इस पर नजर रखने के भी निर्देश दिए हैं। ठियोग के मतियाना स्कूल में रविवार राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से लगाए गए विधिक साक्षरता शिविर में एसडीएम ने इसकी जानकारी देते हुए युवाओं को नशे से बचने का संदेश दिया। उप मंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण ठियोग की ओर से किए गए इस आयोजन में नशामुक्त भारत का संकल्प, पर्यावरण संरक्षण, भूमंडल रक्षण और आपदा पीड़ित पुनर्वास विषय पर भी जानकारी दी गई। एसडीएम ने कहा कि नशे के तस्करों के खिलाफ सूचना देने वालों को अब सरकार इनाम राशि भी देगी।
90 फीसदी युवाओं ने दोस्तों के कहने पर किया चिट्टे का सेवन
डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि ठियोग में पिछले तीन साल में एक किलो 700 ग्राम चिट्टा जब्त किया गया है। इसकी एक डोज 5 से 10 हजार रुपये में मिलती है। आज हर तीसरा युवा नशे का सेवन कर चुका है। कहा कि ठियोग में अभी तक करीब 2000 नशे के आदी युवाओं से मिले हैं और 90 फीसदी से अधिक युवाओं ने कहा कि उन्हें पहली डोज दोस्त के कहने पर ही ली थी। नशे की लत लग गई और पैडलिंग का काम भी शुरू कर दिया। नशे के आदी व्यक्ति को सही तरीके से अस्पताल में अपना उपचार करवाना चाहिए।
पर्यावरण सरंक्षण का दिया संदेश
अधिवक्ता केशव शर्मा ने कहा कि कानून का संरक्षण होना बेहद आवश्यक है। कानूनी सहायता का लक्ष्य गरीब और कमजोर वर्ग की न्याय तक पहुंच, न्यायालय में बिना खर्च मुकदमे की पैरवी हो सके, समय की बचत और शीघ्र न्याय, कानूनी जागरूकता में वृद्धि हो सके। अधिवक्ता वीरेंद्र कंवर ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर कहा कि आज पर्यावरण को संरक्षित करना बेहद जरूरी है। अंधाधुंध विकास पर्यावरण के लिए सही नहीं है। अधिवक्ता राजेंद्र कश्यप ने पुनर्वास आपदा पीड़ित विषय पर कहा कि अब मानव निर्मित कारणों से ही प्राकृतिक आपदा आना आरंभ हो गई है। नियमों के मुताबिक ही भवन निर्माण और अन्य कार्यों को करना चाहिए। अधिवक्ता वीरेंद्र डोगरा ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नशा है। नशे के आदी व्यक्ति का परिवार भी अब परेशान हो रहा है। नशे की लत एक बीमारी है और इसका इलाज करवाना चाहिए। बार एसोसिएशन ठियोग के अध्यक्ष बीएस कश्यप ने शिविर में आए सभी वक्ताओं का स्वागत किया। कहा कि इस तरह के शिविर आमजन के लिए मददगार साबित होते हैं। सीनियर सिविल जज ठियोग एवं अध्यक्ष उप मंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण कनिका गुप्ता ने सभी वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अपूर्व राज, अधिवक्ता मदन लाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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अमर उजाला ब्यूरो
शिमला। नशे के आदी इकलौते बेटे ने चिट्टा खरीदने के लिए अपनी बुजुर्ग विधवा मां से मारपीट की। जब कहीं से चिट्टा खरीदने के लिए पैसा नहीं मिला तो अपनी एफडी तुड़वा दी। कई सालों की मेहनत से बुजुर्ग मां ने ही यह एफडी बेटे के नाम करवाई थी।
बेटा यही नहीं रुका और रोजाना मां को परेशान करना शुरू कर दिया। यह चौंकाने वाला मामला जिला शिमला के ठियोग का है। पीड़ित मां 15 दिन पहले एसडीएम ठियोग डॉ. शशांक गुप्ता के पास पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई। कहा कि उनका इकलौता बेटा नशे की लत में पड़ गया है। 25 साल का बेटा अब मारपीट भी करने लगा है। उसने मारपीट कर अब एफडी भी तुड़वा दी है। इस पैसे से चिट्टा खरीद लिया। हालांकि, बेटा बालिग है और खुद यह एफडी तुड़वा भी सकता है। मां ने कहा कि बेटा बुढ़ापे में सहारा बनना था, वह नशे का आदी हो गया है। मां ने एसडीएम से बेटे को नशामुक्ति केंद्र पहुंचाने की मांग की। कहा कि बेटे को नहीं खोना चाहती, उसे सुधारा जाए। इसके बाद एसडीएम डॉ. शशांक गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों से बात कर बेटे को समझाया। साथ ही पुलिस को इस पर नजर रखने के भी निर्देश दिए हैं। ठियोग के मतियाना स्कूल में रविवार राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से लगाए गए विधिक साक्षरता शिविर में एसडीएम ने इसकी जानकारी देते हुए युवाओं को नशे से बचने का संदेश दिया। उप मंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण ठियोग की ओर से किए गए इस आयोजन में नशामुक्त भारत का संकल्प, पर्यावरण संरक्षण, भूमंडल रक्षण और आपदा पीड़ित पुनर्वास विषय पर भी जानकारी दी गई। एसडीएम ने कहा कि नशे के तस्करों के खिलाफ सूचना देने वालों को अब सरकार इनाम राशि भी देगी।
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90 फीसदी युवाओं ने दोस्तों के कहने पर किया चिट्टे का सेवन
डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि ठियोग में पिछले तीन साल में एक किलो 700 ग्राम चिट्टा जब्त किया गया है। इसकी एक डोज 5 से 10 हजार रुपये में मिलती है। आज हर तीसरा युवा नशे का सेवन कर चुका है। कहा कि ठियोग में अभी तक करीब 2000 नशे के आदी युवाओं से मिले हैं और 90 फीसदी से अधिक युवाओं ने कहा कि उन्हें पहली डोज दोस्त के कहने पर ही ली थी। नशे की लत लग गई और पैडलिंग का काम भी शुरू कर दिया। नशे के आदी व्यक्ति को सही तरीके से अस्पताल में अपना उपचार करवाना चाहिए।
पर्यावरण सरंक्षण का दिया संदेश
अधिवक्ता केशव शर्मा ने कहा कि कानून का संरक्षण होना बेहद आवश्यक है। कानूनी सहायता का लक्ष्य गरीब और कमजोर वर्ग की न्याय तक पहुंच, न्यायालय में बिना खर्च मुकदमे की पैरवी हो सके, समय की बचत और शीघ्र न्याय, कानूनी जागरूकता में वृद्धि हो सके। अधिवक्ता वीरेंद्र कंवर ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर कहा कि आज पर्यावरण को संरक्षित करना बेहद जरूरी है। अंधाधुंध विकास पर्यावरण के लिए सही नहीं है। अधिवक्ता राजेंद्र कश्यप ने पुनर्वास आपदा पीड़ित विषय पर कहा कि अब मानव निर्मित कारणों से ही प्राकृतिक आपदा आना आरंभ हो गई है। नियमों के मुताबिक ही भवन निर्माण और अन्य कार्यों को करना चाहिए। अधिवक्ता वीरेंद्र डोगरा ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नशा है। नशे के आदी व्यक्ति का परिवार भी अब परेशान हो रहा है। नशे की लत एक बीमारी है और इसका इलाज करवाना चाहिए। बार एसोसिएशन ठियोग के अध्यक्ष बीएस कश्यप ने शिविर में आए सभी वक्ताओं का स्वागत किया। कहा कि इस तरह के शिविर आमजन के लिए मददगार साबित होते हैं। सीनियर सिविल जज ठियोग एवं अध्यक्ष उप मंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण कनिका गुप्ता ने सभी वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अपूर्व राज, अधिवक्ता मदन लाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।