{"_id":"69469e4dffcbf6d5780b4a21","slug":"sun-planet-astrology-remedies-what-to-do-or-not-to-do-on-sunday-upay-in-hindi-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए करें रविवार का व्रत, जानिए क्या करें और क्या न करें","category":{"title":"Religion","title_hn":"धर्म","slug":"religion"}}
सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए करें रविवार का व्रत, जानिए क्या करें और क्या न करें
धर्म डेस्क, अमर उजाला
Published by: विनोद शुक्ला
Updated Sat, 20 Dec 2025 06:33 PM IST
सार
हिंदू धर्म में सप्ताह के हर वार का विशेष महत्व होता है। रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है।रविवार का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
विज्ञापन
रविवार के दिन करें सूर्य उपाय
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
सनातन धर्म में रविवार भगवान सूर्यदेव को समर्पित माना गया है। सूर्यदेव को नवग्रहों का राजा, तेज, आरोग्य, आत्मबल और यश का कारक देवता कहा गया है। विष्णु पुराण और भविष्य पुराण में सूर्य उपासना का विशेष महत्व वर्णित है। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्रीराम ने रावण से युद्ध के समय आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ किया था। इस स्तोत्र के प्रभाव से उन्हें विजय, अपार बल और आत्मविश्वास की प्राप्ति हुई। इसी कारण रविवार को सूर्यदेव की पूजा और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ अत्यंत फलदायी माना गया है।
व्रत से मिलने वाले फल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रविवार का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना गया है, जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है या जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों, सरकारी कार्यों में रुकावट या आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे होते हैं। सूर्यदेव की कृपा से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
अपनी राशि के दैनिक राशिफल को और अधिक विस्तार से जानने के लिए myjyotish के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर से कंसल्ट करें!
व्रत की विधि
रविवार व्रत की शुरुआत प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने से होती है। इसके बाद लाल या केसरिया वस्त्र धारण कर तांबे के पात्र में जल, लाल पुष्प, अक्षत और रोली मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। अर्घ्य देते समय “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ आदित्याय नमः” मंत्र का जाप करना शुभ माना गया है। इसके पश्चात व्रत का संकल्प लेकर दिनभर सात्त्विक आहार या फलाहार करना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रविवार को गेहूं, गुड़, तांबा, लाल वस्त्र और लाल पुष्प का दान विशेष पुण्य प्रदान करता है। इस दिन आदित्य हृदय स्तोत्र या गायत्री मंत्र का पाठ करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और आत्मबल में वृद्धि होती है। साथ ही पिता, गुरु और वरिष्ठ जनों का सम्मान करना सूर्यदेव को विशेष रूप से प्रिय माना गया है।
रविवार व्रत में किन बातों से करें परहेज
रविवार के दिन अहंकार, क्रोध और कठोर वाणी से बचना चाहिए। किसी का अपमान करना, झूठ बोलना या अनावश्यक विवाद करना अशुभ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मांसाहार, मदिरा सेवन और तामसिक भोजन से दूरी बनाए रखना चाहिए, जिससे सूर्यदेव की कृपा बनी रहती है और व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
Trending Videos
व्रत से मिलने वाले फल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रविवार का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना गया है, जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है या जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों, सरकारी कार्यों में रुकावट या आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे होते हैं। सूर्यदेव की कृपा से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
अपनी राशि के दैनिक राशिफल को और अधिक विस्तार से जानने के लिए myjyotish के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर से कंसल्ट करें!
व्रत की विधि
रविवार व्रत की शुरुआत प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने से होती है। इसके बाद लाल या केसरिया वस्त्र धारण कर तांबे के पात्र में जल, लाल पुष्प, अक्षत और रोली मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। अर्घ्य देते समय “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ आदित्याय नमः” मंत्र का जाप करना शुभ माना गया है। इसके पश्चात व्रत का संकल्प लेकर दिनभर सात्त्विक आहार या फलाहार करना चाहिए।
Saptahik Rashifal 22 To 28 Dec 2025): जानें 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा दिसंबर का ये सप्ताह
सूर्य कृपा प्राप्त करने के शुभ कर्मधार्मिक मान्यताओं के अनुसार रविवार को गेहूं, गुड़, तांबा, लाल वस्त्र और लाल पुष्प का दान विशेष पुण्य प्रदान करता है। इस दिन आदित्य हृदय स्तोत्र या गायत्री मंत्र का पाठ करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और आत्मबल में वृद्धि होती है। साथ ही पिता, गुरु और वरिष्ठ जनों का सम्मान करना सूर्यदेव को विशेष रूप से प्रिय माना गया है।
रविवार व्रत में किन बातों से करें परहेज
रविवार के दिन अहंकार, क्रोध और कठोर वाणी से बचना चाहिए। किसी का अपमान करना, झूठ बोलना या अनावश्यक विवाद करना अशुभ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मांसाहार, मदिरा सेवन और तामसिक भोजन से दूरी बनाए रखना चाहिए, जिससे सूर्यदेव की कृपा बनी रहती है और व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें आस्था समाचार से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। आस्था जगत की अन्य खबरें जैसे पॉज़िटिव लाइफ़ फैक्ट्स,स्वास्थ्य संबंधी सभी धर्म और त्योहार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़।
विज्ञापन
विज्ञापन