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Football: भारतीय टीम का शानदार कमबैक, पहला AFC U-17 विमेंस एशियन कप क्वालिफिकेशन हासिल किया
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Sat, 18 Oct 2025 10:09 AM IST
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सार
मैच के बाद कोच ने कहा, 'थंडामोनी का बदलाव ही मैच की दिशा बदलने वाला मोमेंट साबित हुआ।' थंडामोनी ने 55वें मिनट में गोल करके भारत को बराबरी दिलाई, और 66वें मिनट में अनुष्का कुमारी को गोल के लिए पास दिया, जिससे भारत ने उज्बेकिस्तान की बढ़त को पलट दिया।

भारतीय टीम
- फोटो : AIFF
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विस्तार
भारतीय महिला अंडर-17 फुटबॉल टीम ने शुक्रवार को उज्बेकिस्तान को 2-1 से हराकर पहली बार एएफसी अंडर-17 विमेंस एशियन कप के लिए क्वालिफाई किया। टीम ने शुरुआती गोल के बाद पीछे रहकर मुकाबला पलटा और ग्रुप जी में शीर्ष स्थान हासिल किया, छह अंक लेकर सीधे क्वालीफिकेशन सुनिश्चित किया।

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पहले हाफ में बदलाव ने बदली खेल की दिशा
मैच के 38वें मिनट में उज्बेकिस्तान की शखजोदा अलीखोनोवा ने बढ़त दिलाई थी। इस गोल के बाद भारत की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इसी बीच, मुख्य कोच जोआकिम एलेक्जेंडरसन ने पहले हाफ में महत्वपूर्ण बदलाव किया। 40वें मिनट में बोनीफिलिया शुल्लाई की जगह थंडामोनी बास्के को उतारा।
मैच के बाद कोच ने कहा, 'थंडामोनी का बदलाव ही मैच की दिशा बदलने वाला मोमेंट साबित हुआ।' थंडामोनी ने 55वें मिनट में गोल करके भारत को बराबरी दिलाई, और 66वें मिनट में अनुष्का कुमारी को गोल के लिए पास दिया, जिससे भारत ने उज्बेकिस्तान की बढ़त को पलट दिया।
मैच के 38वें मिनट में उज्बेकिस्तान की शखजोदा अलीखोनोवा ने बढ़त दिलाई थी। इस गोल के बाद भारत की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इसी बीच, मुख्य कोच जोआकिम एलेक्जेंडरसन ने पहले हाफ में महत्वपूर्ण बदलाव किया। 40वें मिनट में बोनीफिलिया शुल्लाई की जगह थंडामोनी बास्के को उतारा।
मैच के बाद कोच ने कहा, 'थंडामोनी का बदलाव ही मैच की दिशा बदलने वाला मोमेंट साबित हुआ।' थंडामोनी ने 55वें मिनट में गोल करके भारत को बराबरी दिलाई, और 66वें मिनट में अनुष्का कुमारी को गोल के लिए पास दिया, जिससे भारत ने उज्बेकिस्तान की बढ़त को पलट दिया।
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यंग टाइग्रेसेस की मेहनत और समर्पण
मैच की शुरुआत में उज़्बेकिस्तान आक्रामक खेल रहा था, खासकर बाईं फ्लैंक से भारतीय डिफेंस पर दबाव डाल रहा था। वहीं भारत की टीम ने काउंटर अटैक पर भरोसा रखा। अनुष्का कुमारी ने बॉक्स के बाहर से वॉली शॉट लिया, जिसे उज़्बेकिस्तान की गोलकीपर मारिया खलकुलोवा ने आसानी से पकड़ा। पहले हाफ में कई मौके बनाने के बावजूद भारत पीछे रह गया था, और मैच का तनाव बढ़ गया था। टीम की क्लियरेंस, पास और बिल्ड-अप थोड़े हड़बड़ी भरे लग रहे थे, लेकिन थंडामोनी बास्के की तेजी और डेडिकेशन ने सबकुछ बदल दिया। एक हवाई थ्रू बॉल को पकड़कर थंडामोनी ने डिफेंडर मारिया ढाखोवा को मात दी और नज़दीकी पोस्ट में गोल कर भारत की वापसी सुनिश्चित की।
मैच की शुरुआत में उज़्बेकिस्तान आक्रामक खेल रहा था, खासकर बाईं फ्लैंक से भारतीय डिफेंस पर दबाव डाल रहा था। वहीं भारत की टीम ने काउंटर अटैक पर भरोसा रखा। अनुष्का कुमारी ने बॉक्स के बाहर से वॉली शॉट लिया, जिसे उज़्बेकिस्तान की गोलकीपर मारिया खलकुलोवा ने आसानी से पकड़ा। पहले हाफ में कई मौके बनाने के बावजूद भारत पीछे रह गया था, और मैच का तनाव बढ़ गया था। टीम की क्लियरेंस, पास और बिल्ड-अप थोड़े हड़बड़ी भरे लग रहे थे, लेकिन थंडामोनी बास्के की तेजी और डेडिकेशन ने सबकुछ बदल दिया। एक हवाई थ्रू बॉल को पकड़कर थंडामोनी ने डिफेंडर मारिया ढाखोवा को मात दी और नज़दीकी पोस्ट में गोल कर भारत की वापसी सुनिश्चित की।
महत्वपूर्ण रणनीति और पहले हाफ के बदलाव
जोआकिम एलेक्जेंडरसन ने पहले हाफ में पहले भी बदलाव किया था। 21वें मिनट में वलाइना फर्नांडीस की जगह तानिया देवी टोणंबम को उतारा। थंडामोनी का बदलाव, हालांकि, सबसे निर्णायक साबित हुआ। यह बदलाव न केवल टीम की मानसिक स्थिति को सुधारने में मददगार रहा, बल्कि मंच तैयार किया भारत की जीत के लिए।
जोआकिम एलेक्जेंडरसन ने पहले हाफ में पहले भी बदलाव किया था। 21वें मिनट में वलाइना फर्नांडीस की जगह तानिया देवी टोणंबम को उतारा। थंडामोनी का बदलाव, हालांकि, सबसे निर्णायक साबित हुआ। यह बदलाव न केवल टीम की मानसिक स्थिति को सुधारने में मददगार रहा, बल्कि मंच तैयार किया भारत की जीत के लिए।
क्वालिफिकेशन और भविष्य
इस जीत के साथ भारत ने अगले वर्ष चीन में होने वाले एएफसी अंडर-17 विमेंस एशियन कप में जगह बनाई, जो इस आयु वर्ग में भारत की पहली महाद्वीपीय क्वालीफिकेशन है। यंग टाइग्रेसेस ने आखिरी बार 2005 में इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था, तब 11 टीमें सीधे प्रतियोगिता में थीं। कोच ने कहा, 'यह हमारे लिए ऐतिहासिक पल है। खिलाड़ियों ने शानदार काम किया और मानसिक रूप से पीछे रहने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी।'
इस जीत के साथ भारत ने अगले वर्ष चीन में होने वाले एएफसी अंडर-17 विमेंस एशियन कप में जगह बनाई, जो इस आयु वर्ग में भारत की पहली महाद्वीपीय क्वालीफिकेशन है। यंग टाइग्रेसेस ने आखिरी बार 2005 में इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था, तब 11 टीमें सीधे प्रतियोगिता में थीं। कोच ने कहा, 'यह हमारे लिए ऐतिहासिक पल है। खिलाड़ियों ने शानदार काम किया और मानसिक रूप से पीछे रहने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी।'