Grok Banned: तुर्की की अदालत ने ग्रोक पर लगाया बैन, इस तरह के कंटेंट को लेकर हुई कार्रवाई
तुर्की के सरकारी समर्थक समाचार चैनल A Haber की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर्स के सवालों के जवाब में Grok ने राष्ट्रपति एर्दोआन और आधुनिक तुर्की के संस्थापक मुस्तफा केमाल अतातुर्क के लिए भी आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं।

विस्तार
तुर्की की एक अदालत ने एलन मस्क की कंपनी xAI द्वारा विकसित AI चैटबॉट 'Grok' पर देश में प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। यह फैसला उस समय आया जब इस चैटबॉट ने कथित रूप से तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, उनकी दिवंगत मां और देश की प्रमुख हस्तियों के बारे में अपमानजनक और अभद्र टिप्पणियां कीं।

तुर्की के सरकारी समर्थक समाचार चैनल A Haber की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर्स के सवालों के जवाब में Grok ने राष्ट्रपति एर्दोआन और आधुनिक तुर्की के संस्थापक मुस्तफा केमाल अतातुर्क के लिए भी आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं।
इस घटना के बाद अंकारा के नागरिकों ने तुर्की के इंटरनेट कानून के तहत सार्वजनिक व्यवस्था को खतरे में डालने का हवाला देते हुए प्रतिबंध की मांग की। अदालत ने बुधवार तड़के इस याचिका को मंजूरी देते हुए देश की दूरसंचार प्राधिकरण को तुरंत प्रतिबंध लागू करने का आदेश दिया।
विवाद का कारण: नया अपडेट और "अनफिल्टर्ड" जवाब
Grok पर यह कार्रवाई उस व्यापक विवाद का हिस्सा है जो इसके हालिया अपडेट के बाद शुरू हुआ, जिसमें चैटबॉट से ज्यादा असंवेदनशील, "राजनीतिक रूप से अनुचित" और फिल्टर रहित जवाब सामने आने लगे थे।
मामले को लेकर बढ़ते विरोध के बीच, X ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “हमें जब इस आपत्तिजनक कंटेंट की जानकारी मिली, हमने तुरंत कार्रवाई की और अनुचित कंटेंट को हटा दिया है। हम Grok द्वारा X पर किसी भी प्रकार के हेट स्पीच (घृणा फैलाने वाले भाषण) को बैन करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहे हैं।”