Viral Video: सैलून बंद करवा देगी ये मशीन? 2 सकेंड में लोग बनवा रहे बाल! जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई
Hair Cutting Machine Video: इन दिनों सोशल मीडिया पर बाल काटने वाली एक अनोखा मशीन का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोग एक कैप्सूल जैसी दिखने वाली मशीन में सिर डालते हैं और पलक झपकते ही नया स्टाइलिश हेयरकट पा लेते हैं। यह देखने में जादू जैसा लगता है। आइए जानते हैं क्या है इस वीडियो की सच्चाई।
विस्तार
यह भी पढ़ें: वोटर लिस्ट अपडेट करने के नाम पर बढ़ा साइबर फ्रॉड, फर्जी वेरिफिकेशन कॉल से बचें, ऐसे रहें सतर्क
सच का मशीन या धोखा?
इंटरनेट पर इस वीडियो को तो लोग खूब पसंद कर रहे हैं, लेकिन थोड़ा ध्यान दें तो आपको पता चलेगा कि ये सब बस आंखों का छलावा है। जी हां, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऐसे वीडियो पूरी तरह फेक हैं। इन्हें एआई टूल्स के इस्तेमाल से बनाया गया है। दरअसल, आजकल लोग व्यूज और लाइक्स के लिए एआई की मदद से वायरल कंटेंट बनाने लगे हैं। इंटरनेट पर Vimeo, Sora AI और Veo समेत कई ऐसे टूल्स हैं जो बिल्कुल असली जैसे दिखने वाले वीडियो बना सकते हैं। तकनीक की जानकारी न रखने वाले लोग एआई जनरेटेड वीडियो को असली समझने की गलती कर बैठते हैं।
Dubai Newest AI Barber Pod Will Shock you. AI Haircut Machine 3.0 ✂️ pic.twitter.com/JZ1FEtN3f3
— Zoya ★ (@RealZoya1) November 16, 2025
यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
इस ट्रेंड पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं देखने लायक हैं। कुछ लोग इसे भविष्य की क्रांतिकारी तकनीक मान रहे हैं और सोचते हैं कि जल्द ही सैलून की लाइनें खत्म हो जाएंगी। वहीं, कईयों का कहना है कि अगर हेयर कटिंग के दौरान मशीन में कुछ गड़बड़ हो गई तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। टेक एक्सपर्ट्स और कंटेंट क्रिएटर्स इस मौके का फायदा उठाते हुए बता रहे हैं कि एआई कितनी आसानी से रियलिटी को मैनिपुलेट कर सकता है, जो डीपफेक की बढ़ती समस्या की ओर इशारा करता है।
यह भी पढ़ें: 2025 रहा इंटरनेट आउटेज का साल, Cloudfare से लेकर AWS तक सबसे बड़े आउटेज और उनकी वजह
हकीकत से कितना दूर है ये सपना?
फिलहाल बाजार में ऐसी कोई रोबोटिक हेयरकट मशीन मौजूद नहीं है जो सेकंडों में परफेक्ट स्टाइल दे सके। ये आइडिया भले ही रोमांचक लगे, लेकिन अभी इसका कोई वास्तविक प्रोटोटाइप भी नहीं बना है। एआई की प्रगति तेज है, लेकिन असल दुनिया में बाल काटने जैसी जटिल प्रक्रिया के लिए अभी कोई मशीन नहीं बनाया गया है। ये वायरल वीडियो दरअसल एआई की मदद से बनाया गया है, जो हमें सतर्क करता है कि ऑनलाइन कंटेंट पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए। अगर आप भी ऐसे वीडियो देखकर उत्साहित हो रहे हैं, तो याद रखें ये सिर्फ मनोरंजन है, हकीकत नहीं।