जरूरी बात: कहीं भी मोबाइल चार्ज करने की आदत पड़ेगी महंगी, बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली, पता भी नहीं चलेगा
सार्वजनिक USB चार्जिंग स्टेशन का इस्तेमाल करते समय आपके डिवाइस में न केवल चार्जिंग केबल से बिजली पहुंचती है, बल्कि यह डेटा ट्रांसफर का माध्यम भी बन सकता है। जूस जैकिंग (Juice Jacking) नामक साइबर हमले में चार्जिंग पोर्ट या केबल में हेरफेर कर इसे खतरनाक बनाया जाता है।


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विस्तार
यदि आप भी किसी भी जगह चार्जिंग प्वाइंट देखते ही अपने फोन या लैपटॉप को चार्ज में लगाते हैं तो आप अनजाने में बहुत बड़ी गलती करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी यह आपको इतना महंगा पड़ सकता है कि आपका बैंक अकाउंट तक खाली हो सकता है। सार्वजनिक USB चार्जिंग स्टेशन का इस्तेमाल करते समय आपके डिवाइस में न केवल चार्जिंग केबल से बिजली पहुंचती है, बल्कि यह डेटा ट्रांसफर का माध्यम भी बन सकता है। जूस जैकिंग (Juice Jacking) नामक साइबर हमले में चार्जिंग पोर्ट या केबल में हेरफेर कर इसे खतरनाक बनाया जाता है।
USB चार्जिंग स्टेशन के जरिए साइबर हमले कैसे होते हैं?
- डेटा चोरी (Data Theft): जब आप सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन पर अपना फोन या टैबलेट कनेक्ट करते हैं, तो साइबर अपराधी आपके डिवाइस से संवेदनशील जानकारी जैसे कि पासवर्ड, बैंकिंग विवरण और अन्य व्यक्तिगत डेटा चुरा सकते हैं।
मालवेयर इंस्टॉल करना (Malware Installation): चार्जिंग पोर्ट को इस तरह प्रोग्राम किया जा सकता है कि यह आपके डिवाइस में मालवेयर या रैंसमवेयर डाल दे। यह मालवेयर आपके फोन को धीमा कर सकता है, आपकी जानकारी को ट्रैक कर सकता है या आपके डिवाइस को लॉक कर सकता है।
सार्वजनिक USB चार्जिंग का सुरक्षित उपयोग कैसे करें?
- डायरेक्ट चार्जिंग से बचें: सार्वजनिक USB पोर्ट का उपयोग करने के बजाय, पावर आउटलेट का उपयोग करें और अपना चार्जर साथ लेकर चलें।
- USB डेटा ब्लॉकर का उपयोग करें: USB डेटा ब्लॉकर एक ऐसा उपकरण है जो केवल चार्जिंग की अनुमति देता है और डेटा ट्रांसफर को रोकता है।
- पोर्टेबल पावर बैंक का उपयोग करें: हमेशा अपने साथ एक पोर्टेबल पावर बैंक रखें। यह आपको सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन पर निर्भर होने से बचाएगा।
- अनजान केबल का उपयोग न करें: सार्वजनिक स्थानों पर उपलब्ध केबल या पोर्ट का उपयोग करने से बचें क्योंकि इनमें पहले से छेड़छाड़ की गई हो सकती है।
- डिवाइस की सुरक्षा को अपडेट रखें: अपने डिवाइस का सॉफ़्टवेयर और एंटीवायरस नियमित रूप से अपडेट करते रहें। यह संभावित खतरों से सुरक्षा सुनिश्चित करता है।