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गरीबीः पहले चार बच्चों को गला दबाकर मारा, फिर मां ने खुद भी लगा ली फांसी
ब्यूरो/अमर उजाला फरह (मथुरा)
Updated Mon, 04 Sep 2017 12:37 PM IST
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चार बच्चों को मारा
- फोटो : अमर उजाला
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मथुरा में फरह के गांव बिरोनाकलां में रविवार की शाम एक महिला ने अपने दो बेटों और दो बेटियों की हत्या करके फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ने जिस वक्त अपनी ममता का गला घोंटा वह बच्चों के साथ घर पर अकेली थी। उसका पति मजदूरी करने के लिए गया हुआ था। मामले में आर्थिक तंगी की बात कही जा रही है। पुलिस का कहना है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
बताया गया है कि मथुरा में फरह ब्लाक के गांव बिरोनाकलां निवासी देवकीनंदन उर्फ बंटू मजदूरी करता है। वह परिवार से अलग एक छोटा सा मकान बनाकर अपनी पत्नी शारदा (35) और चार बच्चों अंजली (8), रौनक (6), प्रिया (5) और विनीत (3) के साथ रहता था। रविवार सुबह को देवकीनंदन पड़ोस के गांव में मजदूरी करने गया था।
करीब साढ़े पांच बजे देवकीनंदन के पास गांव से फोन गया कि जल्दी घर आ जाओ। देवकीनंदन करीब आधे घंटे में घर पहुंच गया। घर आकर देखा तो उसके चारों बच्चों के शव कमरे में फर्श पर पड़े थे और पत्नी शारदा कमरे में पंखे के हुक से बंधी रस्सी से लटकी हुई थी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शारदा के शव को नीचे उतारा।
पुलिस का कहना है कि महिला ने पहले अपने बच्चों की गला घोंटकर हत्या की है और फिर फांसी लगाकर जान दे दी। अब शारदा ने अपने बच्चों की हत्या क्यों की यह तो साफ नहीं हो सका है, लेकिन गांव वाले इसकी वजह आर्थिक तंगी मान रहे हैं। बताया जाता है कि शारदा के पेट में पथरी थी। डाक्टर ने आपरेशन बताया था। आपरेशन के लिए 30 हजार रुपयों की जरूरत थी। वहीं एसपी सिटी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि शारदा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
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बताया गया है कि मथुरा में फरह ब्लाक के गांव बिरोनाकलां निवासी देवकीनंदन उर्फ बंटू मजदूरी करता है। वह परिवार से अलग एक छोटा सा मकान बनाकर अपनी पत्नी शारदा (35) और चार बच्चों अंजली (8), रौनक (6), प्रिया (5) और विनीत (3) के साथ रहता था। रविवार सुबह को देवकीनंदन पड़ोस के गांव में मजदूरी करने गया था।
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करीब साढ़े पांच बजे देवकीनंदन के पास गांव से फोन गया कि जल्दी घर आ जाओ। देवकीनंदन करीब आधे घंटे में घर पहुंच गया। घर आकर देखा तो उसके चारों बच्चों के शव कमरे में फर्श पर पड़े थे और पत्नी शारदा कमरे में पंखे के हुक से बंधी रस्सी से लटकी हुई थी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शारदा के शव को नीचे उतारा।
पुलिस का कहना है कि महिला ने पहले अपने बच्चों की गला घोंटकर हत्या की है और फिर फांसी लगाकर जान दे दी। अब शारदा ने अपने बच्चों की हत्या क्यों की यह तो साफ नहीं हो सका है, लेकिन गांव वाले इसकी वजह आर्थिक तंगी मान रहे हैं। बताया जाता है कि शारदा के पेट में पथरी थी। डाक्टर ने आपरेशन बताया था। आपरेशन के लिए 30 हजार रुपयों की जरूरत थी। वहीं एसपी सिटी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि शारदा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
मारने से पहले किया बच्चों को खूब दुलार
हत्या
- फोटो : अमर उजाला
मौत के आगोश में जाने की तैयारी शारदा सुबह से की कर चुकी थी। स्कूल जाने वाली अंजलि और रौनक को उसने हर रोज की तरह ही नहला धुलाकर तैयार कर दिया था। इसके बाद अन्य दो बच्चों को तैयार किया। इसके बाद शारदा ने सभी बच्चों को भोजन कराया और फिर अपनी योजना के अनुसार मौत की गहरी नींद सुला दिया।
पूरे घर में मौत का मातम होने के बाद भी सारी चीजें व्यवस्थित तरीके से रखीं मिलीं। घटनास्थल का यही सच लोगों के गले नहीं उतर रहा है। कोई नहीं समझ पा रहा कि वास्तव में मानसिक रूप से कमजोर शारदा ने इतना दुस्साहसिक कदम कैसे उठाया।
पूरे घर में मौत का मातम होने के बाद भी सारी चीजें व्यवस्थित तरीके से रखीं मिलीं। घटनास्थल का यही सच लोगों के गले नहीं उतर रहा है। कोई नहीं समझ पा रहा कि वास्तव में मानसिक रूप से कमजोर शारदा ने इतना दुस्साहसिक कदम कैसे उठाया।