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पसीना पोंछें या पढ़ाई करें नौनिहाल
ब्यूरो/अमर उजाला, अमरोहा
Updated Tue, 19 Apr 2016 01:59 AM IST
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सरकारी स्कूलों में बदहाली के हालात बयां कर रही है ये तस्वीर अमरोहा के मोहल्ला पीरगढ़ के प्राथमिक स्कूल की है। बिजली के व्यवस्था न होने से सोमवार को भीषण गर्मी के चलते किसी बच्चे के माथे पर पसीना दिखा तो कोई इसे पोछता नजर आया। मोहम्मद फहीम

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हैरत की बात है कि विद्युतीकरण से वंचित रहे स्कूलों में बीएसए कार्यालय के समीप स्थित स्कूल भी शामिल है। इससे स्कूलों में सुविधाओं के प्रति विभागीय संजीदगी का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां सोमवार को पहुंची अमर टीम को बच्चे पसीना पोंछते नजर आए।
जनपद में परिषदीय स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन के लिए स्कूल चलो अभियान के तहत गोष्ठी, रैली और परिचर्चाओं का आयोजन किया जा रहा है। दबी जुबान इन स्कूलों के प्रति अभिभावकों का मोहभंग होने का रोना अधिकारी भी रोते रहते हैं। लेकिन, परिषदीय स्कूलों में सुविधाओं को इनकी संजीदगी का अहसास स्कूलों में विद्युतीकरण की स्थिति करा रही है।
जनपद में संचालित 1557 परिषदीय स्कूलों में 1079 प्राथमिक विद्यालय और 478 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं।
इनमें सिर्फ 1042 स्कूलों का विद्युतीकरण कराया गया है। जबकि, 515 स्कूल आज तक विद्युतीकरण की बाट जोह रहे हैं। विद्युतीकरण से वंचित रहे स्कूलों की सूची में बीएसए कार्यालय के समीप स्थित स्कूल का भी शामिल होना हैरत पैदा कर रहा है। यह उस दौर में और भी गौरतलब हो जाता है कि जब परिषदीय स्कूलों को सर्व सुविधा संपन्न निजी शिक्षण संस्थानों से होड़ लेने के लिए तैयार करने की बात कही जा रही है।
शिक्षा की बुनियाद कही जाने वाली बेसिक शिक्षा के स्तर में सुधार के प्रयास सुविधाओं में अभाव में किए जा रहे हैं। स्कूलों में टपटप बहते पसीने के बीच नौनिहाल पढ़ाई कर रहे हैं। गर्मी से बेहाल बच्चे पसीना पोछें या फिर पढ़ाई करें।
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जनपद में परिषदीय स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन के लिए स्कूल चलो अभियान के तहत गोष्ठी, रैली और परिचर्चाओं का आयोजन किया जा रहा है। दबी जुबान इन स्कूलों के प्रति अभिभावकों का मोहभंग होने का रोना अधिकारी भी रोते रहते हैं। लेकिन, परिषदीय स्कूलों में सुविधाओं को इनकी संजीदगी का अहसास स्कूलों में विद्युतीकरण की स्थिति करा रही है।
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जनपद में संचालित 1557 परिषदीय स्कूलों में 1079 प्राथमिक विद्यालय और 478 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं।
इनमें सिर्फ 1042 स्कूलों का विद्युतीकरण कराया गया है। जबकि, 515 स्कूल आज तक विद्युतीकरण की बाट जोह रहे हैं। विद्युतीकरण से वंचित रहे स्कूलों की सूची में बीएसए कार्यालय के समीप स्थित स्कूल का भी शामिल होना हैरत पैदा कर रहा है। यह उस दौर में और भी गौरतलब हो जाता है कि जब परिषदीय स्कूलों को सर्व सुविधा संपन्न निजी शिक्षण संस्थानों से होड़ लेने के लिए तैयार करने की बात कही जा रही है।
शिक्षा की बुनियाद कही जाने वाली बेसिक शिक्षा के स्तर में सुधार के प्रयास सुविधाओं में अभाव में किए जा रहे हैं। स्कूलों में टपटप बहते पसीने के बीच नौनिहाल पढ़ाई कर रहे हैं। गर्मी से बेहाल बच्चे पसीना पोछें या फिर पढ़ाई करें।