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Ballia News: छठ पूजा बीतने के दो दिन बाद भी घाटों पर फूल-माला, नारियल के ढेर
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नगर के टाउन हाल बापू भवन स्थित छठ घाट पर बने पोखरा के पानी में फेंका गया फूलों का माला।संवाद
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बलिया। चार दिवसीय छठ पूजा के बाद घाटों पर फूल-माला और नारियल के ढेर लगे हैं। गंगा, सरयू तमसा नदी सहित 805 से ज्यादा घाटों पर छठ पूजा हुई लेकिन सफाई दो दिन बाद भी नहीं हुई।
शहर की बात करें तो लगभग 25 छोटे-बड़े घाटों पर व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी व उदित भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान दो दिनों तक घाटों पर काफी चहल-पहल रही। आकर्षक लाइटों से घाटों को सजाया गया था। छठ पूजा संपन्न होते ही लोग अपने घरों को निकल पड़े। सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद व गांवों में ग्राम पंचायतों की थी लेकिन कुछ ही जगहों पर सफाई कर्मियों की सक्रियता दिखी। अधिकांश घाटों पर गंदगी जस की तस मिली।
पूजा के दौरान उपयोग किए गए फूल-माला, कपड़े, गन्ने के पत्ते और अन्य सामग्री घाटों पर बिखरे हैं। घाटों पर कचरा का ढेर लग गया है। टाउन हॉल के मैदान में पूजा सामग्री समेत प्लास्टिक के कारण आसपास के लोगों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर वर्ष घाटों पर ऐसी ही स्थिति देखने को मिलती है। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक आयोजनों के बाद घाटों की सफाई के लिए ठोस व्यवस्था और जन जागरूकता बेहद आवश्यक है ताकि स्वच्छता और धार्मिक आस्था दोनों कायम रहे। पर्यावरणविद् डाॅ. गणेश पाठक ने बताया कि घाटों पर पड़ी पूजा सामग्रियों के निस्तारण की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे पर्यावरण का खतरा कम किया जा सके। इसके लिए हम सभी का जागरूक होना होगा। जिम्मेदार संस्थाओं को तत्पर रहना चाहिए।
चितबड़ागांव संवाददाता के अनुसार नगर पंचायत चितबड़ागांव समेत आस-पास के ग्रामीण इलाकों में गंदगी का अंबार है। विभिन्न घाटों पर पूजा सामग्री, गन्ने के पत्ते, फूल-माला और मिट्टी का ढेर जमा होने से स्वच्छता व्यवस्था चरमरा गई है। नगर पंचायत क्षेत्र के कई वार्डों में छठ पूजा के दौरान सजे घाट अब गंदगी से पटे हैं। हालांकि, बैरया पोखरा पर नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी सफाई अभियान में जुटे देखे गए। गंदगी की स्थिति को लेकर जब अधिशासी अधिकारी सुरेश मौर्य ने बताया कि छठ महापर्व की तैयारियों के दौरान सफाई कर्मियों ने दिन-रात मेहनत कर घाटों की सफाई की थी। अब पूजा समाप्त होने के बाद भी सफाई कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी सफाई नायकों को निर्देश दिए गए हैं कि कल सुबह तक सभी घाटों की सफाई पूरी कर ली जाए।
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वर्जन--
शहर के अंदर बने छठ घाटों पर वार्डवार तैनात सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सफाई नायकों को भी निर्देश दिए गए हैं। रामलीला मैदान के घाट की सफाई होने की सूचना है। अस्वस्थता के कारण मैं निरीक्षण नहीं कर सका। बृहस्पतिवार को सभी जगह सफाई के निर्देश दिए गए हैं। -सुभाष कुमार, ईओ नगर पालिका परिषद, बलिया।
शहर की बात करें तो लगभग 25 छोटे-बड़े घाटों पर व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी व उदित भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान दो दिनों तक घाटों पर काफी चहल-पहल रही। आकर्षक लाइटों से घाटों को सजाया गया था। छठ पूजा संपन्न होते ही लोग अपने घरों को निकल पड़े। सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद व गांवों में ग्राम पंचायतों की थी लेकिन कुछ ही जगहों पर सफाई कर्मियों की सक्रियता दिखी। अधिकांश घाटों पर गंदगी जस की तस मिली।
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पूजा के दौरान उपयोग किए गए फूल-माला, कपड़े, गन्ने के पत्ते और अन्य सामग्री घाटों पर बिखरे हैं। घाटों पर कचरा का ढेर लग गया है। टाउन हॉल के मैदान में पूजा सामग्री समेत प्लास्टिक के कारण आसपास के लोगों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर वर्ष घाटों पर ऐसी ही स्थिति देखने को मिलती है। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक आयोजनों के बाद घाटों की सफाई के लिए ठोस व्यवस्था और जन जागरूकता बेहद आवश्यक है ताकि स्वच्छता और धार्मिक आस्था दोनों कायम रहे। पर्यावरणविद् डाॅ. गणेश पाठक ने बताया कि घाटों पर पड़ी पूजा सामग्रियों के निस्तारण की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे पर्यावरण का खतरा कम किया जा सके। इसके लिए हम सभी का जागरूक होना होगा। जिम्मेदार संस्थाओं को तत्पर रहना चाहिए।
चितबड़ागांव संवाददाता के अनुसार नगर पंचायत चितबड़ागांव समेत आस-पास के ग्रामीण इलाकों में गंदगी का अंबार है। विभिन्न घाटों पर पूजा सामग्री, गन्ने के पत्ते, फूल-माला और मिट्टी का ढेर जमा होने से स्वच्छता व्यवस्था चरमरा गई है। नगर पंचायत क्षेत्र के कई वार्डों में छठ पूजा के दौरान सजे घाट अब गंदगी से पटे हैं। हालांकि, बैरया पोखरा पर नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी सफाई अभियान में जुटे देखे गए। गंदगी की स्थिति को लेकर जब अधिशासी अधिकारी सुरेश मौर्य ने बताया कि छठ महापर्व की तैयारियों के दौरान सफाई कर्मियों ने दिन-रात मेहनत कर घाटों की सफाई की थी। अब पूजा समाप्त होने के बाद भी सफाई कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी सफाई नायकों को निर्देश दिए गए हैं कि कल सुबह तक सभी घाटों की सफाई पूरी कर ली जाए।
वर्जन
शहर के अंदर बने छठ घाटों पर वार्डवार तैनात सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सफाई नायकों को भी निर्देश दिए गए हैं। रामलीला मैदान के घाट की सफाई होने की सूचना है। अस्वस्थता के कारण मैं निरीक्षण नहीं कर सका। बृहस्पतिवार को सभी जगह सफाई के निर्देश दिए गए हैं। -सुभाष कुमार, ईओ नगर पालिका परिषद, बलिया।