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Balrampur News: शहर में वैज्ञानिक तरीके से होगा कचरे का निस्तारण
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बलरामपुर। स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के तहत नगर की तस्वीर बदलने जा रही है। करीब 73 लाख 55 हजार रुपये की लागत से नगर में पांच-पांच टीपीडी एमआरएफ सेंटर (मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर) और टीपीडी वेट वेस्ट कंपोस्टिंग प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण कराया जाएगा। तीन माह की अवधि में पूरी होने वाली यह दोनों योजनाएं नगर को स्वच्छता और सुंदरता की नई दिशा देंगी।
पहली परियोजना के तहत पांच टीपीडी एमआरएफ सेंटर का निर्माण होगा, जिन पर 33 लाख 67 हजार रुपये की लागत आएगी। यह सेंटर नगर में एकत्र होने वाले सूखे कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएंगे। वहीं, दूसरी परियोजना में 39 लाख 88 हजार रुपये की लागत से पांच टीपीडी वेट वेस्ट कंपोस्टिंग प्रोसेसिंग प्लांट बनाए जाएंगे। इनके माध्यम से गीले कचरे का निस्तारण कर जैविक खाद तैयार की जाएगी, जिससे प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। (संवाद)
बदलेगी नगर की सूरत
नगर निवासी राकेश वर्मा ने कहा पहले कचरे के ढेर से बदबू फैलती थी। अब वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण होगा तो हमें राहत मिलेगी। इससे नगर की सूरत भी बदलेगी। सिविल लाइन की ममता ने कहा कि गीले कचरे से खाद बनेगी तो किसानों को भी फायदा मिलेगा। यह कदम शहर के लिए बहुत उपयोगी है। पहलवारा निवासी छात्रा पूजा गुप्ता ने कहा कि स्वच्छ वातावरण में पढ़ाई और जीवन दोनों आसान होंगे।
साफ-सुथरा और सुंदर होगा नगर
नगर की स्वच्छता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन दोनों परियोजनाओं के पूरा होने के बाद कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक ढंग से होगा और लोगों को एक स्वच्छ वातावरण मिलेगा। यह कदम नगर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाएगा।
डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष

पहली परियोजना के तहत पांच टीपीडी एमआरएफ सेंटर का निर्माण होगा, जिन पर 33 लाख 67 हजार रुपये की लागत आएगी। यह सेंटर नगर में एकत्र होने वाले सूखे कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएंगे। वहीं, दूसरी परियोजना में 39 लाख 88 हजार रुपये की लागत से पांच टीपीडी वेट वेस्ट कंपोस्टिंग प्रोसेसिंग प्लांट बनाए जाएंगे। इनके माध्यम से गीले कचरे का निस्तारण कर जैविक खाद तैयार की जाएगी, जिससे प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। (संवाद)
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बदलेगी नगर की सूरत
नगर निवासी राकेश वर्मा ने कहा पहले कचरे के ढेर से बदबू फैलती थी। अब वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण होगा तो हमें राहत मिलेगी। इससे नगर की सूरत भी बदलेगी। सिविल लाइन की ममता ने कहा कि गीले कचरे से खाद बनेगी तो किसानों को भी फायदा मिलेगा। यह कदम शहर के लिए बहुत उपयोगी है। पहलवारा निवासी छात्रा पूजा गुप्ता ने कहा कि स्वच्छ वातावरण में पढ़ाई और जीवन दोनों आसान होंगे।
साफ-सुथरा और सुंदर होगा नगर
नगर की स्वच्छता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन दोनों परियोजनाओं के पूरा होने के बाद कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक ढंग से होगा और लोगों को एक स्वच्छ वातावरण मिलेगा। यह कदम नगर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाएगा।
डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष