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Barabanki News: खास है बाजार पर अव्यवस्थाओं का जंजाल
संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी
Updated Fri, 09 May 2025 12:42 AM IST
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बाराबंकी। शहर में कुछ बाजार अपने आप में खास हैं। इसके बावजूद वहां दुकानदारों से लेकर ग्राहकों तक के लिए सुविधाओं का अभाव है। घंटाघर के समीप बीना बाजार में कास्मेटिक, चूड़ी, रेडीमेड गारमेंट, ब्यूटी पार्लर, नकाब, फुटवियर, सिलाई, बुटिक आदि की दुकानें हैं। बीना बाजार में न तो वाहन पार्किंग की और न ही प्रसाधन की सुविधा है। प्रसाधन की सुविधा न होने से खरीदारी के लिए पहुंचने वाली महिलाएं काफी असहज महसूस करती हैं।
शहर के बीच में सिटी काॅलेज और ऐतिहासिक घंटाघर के बीच करीब 40 साल पुराने बीना बाजार में 28 दुकानें है। कई तरह की दुकानें होने के कारण यहां ग्राहकों की भीड़ जुटी रहती है। सहालग में तो यहां की रौनक देखते ही बनती है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की उदासीनता से बाजार में तमाम तरह की अव्यवस्थाएं हावी हैं। यहां के दुकानदारों का कहना है कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने के लिए लगातार गुहार लगाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बाजार की सफाई प्राइवेट सफाईकर्मी से कराई जाती है। सफाई के बाद कूड़ा सड़क किनारे लगा दिया जाता है। नगरपालिका के कर्मचारी बाजार के इस कूड़े को नहीं उठाते हैं। जिससे कूड़ा सड़क व बाजार में फैल जाता है।
यहां की सबसे बड़ी समस्या प्रसाधन की सुविधा का न होना है। आसपास भी इस तरह की जरूरी सुविधा न होने से बाजार आने वाली महिलाएं व युवतियों को काफी परेशानी उठाना पड़ती है। यह जरूरी है कि आसपास ही सही लेकिन प्रसाधन की सुविधा बाजार में जरूरी होनी चाहिए।
बाजार में आने वाले ग्राहकों के लिए कोई पार्किंग सुविधा नहीं है। इस कारण लोगों को अपने वाहन सड़कों पर ही बेतरतीब तरह से खड़ा करने पड़ते हैं। इस कारण आए दिन जाम की परेशानी से भी लोगों को जूझना पड़ता है। इस लिए बाजार क्षेत्र में पार्किग की व्यवस्था होना बहुत जरूरी है।
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शहर के बीच में सिटी काॅलेज और ऐतिहासिक घंटाघर के बीच करीब 40 साल पुराने बीना बाजार में 28 दुकानें है। कई तरह की दुकानें होने के कारण यहां ग्राहकों की भीड़ जुटी रहती है। सहालग में तो यहां की रौनक देखते ही बनती है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की उदासीनता से बाजार में तमाम तरह की अव्यवस्थाएं हावी हैं। यहां के दुकानदारों का कहना है कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने के लिए लगातार गुहार लगाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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बाजार की सफाई प्राइवेट सफाईकर्मी से कराई जाती है। सफाई के बाद कूड़ा सड़क किनारे लगा दिया जाता है। नगरपालिका के कर्मचारी बाजार के इस कूड़े को नहीं उठाते हैं। जिससे कूड़ा सड़क व बाजार में फैल जाता है।
यहां की सबसे बड़ी समस्या प्रसाधन की सुविधा का न होना है। आसपास भी इस तरह की जरूरी सुविधा न होने से बाजार आने वाली महिलाएं व युवतियों को काफी परेशानी उठाना पड़ती है। यह जरूरी है कि आसपास ही सही लेकिन प्रसाधन की सुविधा बाजार में जरूरी होनी चाहिए।
बाजार में आने वाले ग्राहकों के लिए कोई पार्किंग सुविधा नहीं है। इस कारण लोगों को अपने वाहन सड़कों पर ही बेतरतीब तरह से खड़ा करने पड़ते हैं। इस कारण आए दिन जाम की परेशानी से भी लोगों को जूझना पड़ता है। इस लिए बाजार क्षेत्र में पार्किग की व्यवस्था होना बहुत जरूरी है।