Bareilly: हादसे के बाद जागे जिम्मेदार, खतरनाक पुलों पर आवागमन रोकने के लिए बनाए जाएंगे अवरोधक
पुल हादसे के बाद पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता ने सख्त निर्देश दिए हैं। खतरनाक पुल और पुलिया पर आवागमन रोकने के लिए अवरोधक व संकेतक लगाए जाएंगे।

विस्तार
बरेली में अधूरे पुल से हुए हादसे के बाद असुरक्षित पुल-पुलिया और सड़कों पर वाहनों का आवागमन रोकने के लिए अब तीन अवरोधक बनाए जाएंगे। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं। इसके मुताबिक, खतरनाक पुल-पुलिया पर आवागमन रोकने के लिए तीन-तीन दीवारें बनाई जाएंगी। अभियंताओं को तीन दिन में यह काम पूरा कराना होगा। साथ ही इस आशय का लिखित प्रमाणपत्र भी देना होगा। अन्यथा की स्थिति में उनकी जवाबदेही तय करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

अधूरे पुल पर 24 नवंबर को हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद लखनऊ में बैठे जिम्मेदारों की भी नींद टूट गई है। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता योगेश पंवार ने हादसे के 48 घंटे बाद असुरक्षित मार्गों और पुलों पर आवागमन रोकने के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी की है। मुख्य अभियंता अजय कुमार ने मंडल के सभी अधिशासी अभियंताओं को तीन दिन के भीतर सुरक्षात्मक उपाय करने के आदेश दिए हैं। साथ ही यह प्रमाणपत्र देने का आदेश भी दिया है कि अब उनके कार्यक्षेत्र में हादसे का अंदेशा नहीं है।
पुल हादसा: गूगल मैप पर अब नहीं दिखेगा 'मौत का रास्ता', बदायूं की डीएम ने शासन को भेजी रिपोर्ट
हर हफ्ते होगी निगरानी, मुख्य अभियंता होंगे जवाबदेह
अब ऐसे खतरनाक स्थलों और वहां किए गए सुरक्षात्मक उपायों की हर हफ्ते निगरानी होगी। जेई, एई और एक्सईएन के साथ ही मुख्य अभियंता को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्य अभियंता को महीने में एक बार, सहायक अभियंता को सात दिन में एक बार, अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता को 15 दिन में एक बार ऐसे स्थलों का निरीक्षण करना होगा। शासन की ओर से निर्धारित प्रारूप पर इसकी रिपोर्ट देनी होगी।
मुख्यमंत्री तक जाएगी पुल हादसे की फाइल
पांच अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति से संबंधित फाइल पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता तक पहुंच गई है। लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री के पास ही है। इसलिए फाइल सीएम कार्यालय तक जाएगी। इसके बाद ही विभागीय जांच और कार्रवाई होगी।
मुख्य अभियंता अजय कुमार ने प्रांतीय खंड बदायूं के अधिशासी अभियंता नरेश कुमार, सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ व अभिषेक कुमार, अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति के साथ जांच रिपोर्ट प्रमुख अभियंता को भेज दी है। अप्रोच रोड बहने के बाद भी आवागमन बाधित करने के लिए प्रभावी अवरोधक न लगाए जाने के लिए अभियंताओं को जिम्मेदार माना गया गया है। इस मामले में शासन स्तर से कार्रवाई होनी है।