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Bhadohi News: भदोही में विश्वविद्यालय की तैयारी तेज, इसी सप्ताह केएनपीजी आएगी उच्च शिक्षा विभाग की टीम
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ज्ञानपुर, भदोही। जिले के सबसे पुराने काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाए जाने के रास्ते धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस शर्त के साथ केएनपीजी को विश्वविद्यालय बनाए जाने का ऐलान किया था। उस पर तेजी से कार्रवाई हो रही है। जिलाधिकारी शैलेश कुमार के आदेश के बाद राजस्व विभाग से नापी कराए जाने के बाद महाविद्यालय के पास खुद की 63 एकड़ जमीन मिली है। उच्च शिक्षा विभाग की टीम इसी सप्ताह भौतिक सत्यापन के लिए आने वाली है, जो कॉलेज का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट शासन को देगी।
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को लंबे समय से विश्वविद्यालय बनाए जाने की मांग हो रही है। एक अगस्त 1951 को स्थापित यह महाविद्यालय 75 सालों में उच्च शिक्षा में मानकों को स्थापित किया। बीते दिनों जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 50 एकड़ जमीन की उपलब्धता होने पर महाविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने का वादा किया था। उन्होंने जिला प्रशासन से जमीन तलाश करने का निर्देश दिया। सीएम के आदेश के बाद डीएम शैलेश कुमार ने स्थानीय स्तर जमीन की तलाश कराई। राजस्व टीम की टीम की ओर से केएनपीजी के जमीन की मापी कराई गई। महाविद्यालय के पास खुद की लगभग 63 एकड़ जमीन है। जमीन की उपलब्धता के बाद जिलाधिकारी शैलेश कुमार ने शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी। इसके बाद अब उच्च शिक्षा विभाग की टीम इसी सप्ताह महाविद्यालय का निरीक्षण करने आ रही है। टीम न सिर्फ महाविद्यालय में जमीन की उपलब्धता का भौतिक सत्यापन करेगी, बल्कि महाविद्यालय में तमाम भवन इत्यादि को देखकर अपनी रिपोर्ट शासन को भेजेगी।
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इनसेट
महाविद्यालय के पास कहां कितनी जमीन
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पास जोरई, वेदपुर, ददरहां महाविद्यालय के जीर्ण-शीर्ण भवन को मिलाकर 15.56 हेक्टेयर यानि की 38.5 एकड़ भूमि, महाविद्यालय का मुख्य व प्रशासनिक भवन 3. 380 हेक्टेयर यानि कि 3.35 एकड़ और वेदपुर में ही 6.668 हेक्टेयर यानि 16.50 एकड़ महाविद्यालय की जमीन वेटेनरी कॉलेज के नाम से दर्ज है। जिस पर अब तक किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं हो सका है। अब प्रशासन की ओर से इन जमीनों की रिपोर्ट बनाकर भेजी गई है।
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वर्जन
मुख्यमंत्री ने केएनपीजी को राज्य विश्वविद्यालय के लिए 50 एकड़ जमीन तलाशने का निर्देश दिया था। जमीन की नापी इत्यादि के बाद महाविद्यालय के पास खुद की 63 एकड़ जमीन है। इसकी रिपाोर्ट शासन को भेजी है। शासन स्तर से उच्च शिक्षा विभाग की टीम इसी सप्ताह निरीक्षण को आ रही है, जो महाविद्यालय का भौतिक सत्यापन करेगी। अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले कैबिनेट की बैठक में केएनपीजी को राज्य विश्वविद्यालय का प्रस्ताव पास हो सकता है। - शैलेश कुमार, जिलाधिकारी।
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महाविद्यालय के पास कहां कितनी जमीन
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पास जोरई, वेदपुर, ददरहां महाविद्यालय के जीर्ण-शीर्ण भवन को मिलाकर 15.56 हेक्टेयर यानि की 38.5 एकड़ भूमि, महाविद्यालय का मुख्य व प्रशासनिक भवन 3. 380 हेक्टेयर यानि कि 3.35 एकड़ और वेदपुर में ही 6.668 हेक्टेयर यानि 16.50 एकड़ महाविद्यालय की जमीन वेटेनरी कॉलेज के नाम से दर्ज है। जिस पर अब तक किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं हो सका है। अब प्रशासन की ओर से इन जमीनों की रिपोर्ट बनाकर भेजी गई है।
वर्जन
मुख्यमंत्री ने केएनपीजी को राज्य विश्वविद्यालय के लिए 50 एकड़ जमीन तलाशने का निर्देश दिया था। जमीन की नापी इत्यादि के बाद महाविद्यालय के पास खुद की 63 एकड़ जमीन है। इसकी रिपाोर्ट शासन को भेजी है। शासन स्तर से उच्च शिक्षा विभाग की टीम इसी सप्ताह निरीक्षण को आ रही है, जो महाविद्यालय का भौतिक सत्यापन करेगी। अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले कैबिनेट की बैठक में केएनपीजी को राज्य विश्वविद्यालय का प्रस्ताव पास हो सकता है। - शैलेश कुमार, जिलाधिकारी।