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Deoria News: धर्म के रक्षार्थ बलिदान गाथा देख द्रवित हुए लोग
संवाद न्यूज एजेंसी, देवरिया
Updated Mon, 01 Dec 2025 03:00 AM IST
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देवरिया। राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए गुरु गोविंद सिंह के संपूर्ण परिवार की बलिदान गाथा कितनी बेमिसाल है, इसका जीवन मंचन देख नगर के लोग द्रवित हो गए। न्यू कॉलोनी गुरुद्वारा पार्क में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के तत्वावधान में लाइट एंड साउंड शो के शानदार आयोजन को देख हर किसी के सिर गुरु परिवार की श्रद्धा में नतमस्तक हो गए।
नगर में सिख समाज के लिए ऐसा कोई आयोजन पहली बार हुआ, जिसे पंजाबी रंगमंच पटियाला के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार प्रस्तुत करने आए थे। चांदनी चौक से सरहिंद तक शीर्षक से प्रस्तुत इस लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम में पंजाबी रंगकर्मियों ने सन् 1666 से लेकर 1705 के दौर में औरंगजेब शासित मुगल हुकूमत के दौरान मानवता पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए गुरु गोविंद सिंह के पिता नवम गुरु तेग बहादुर, उनके चार सुपुत्र बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह से लेकर माता गुजर कौर के बलिदान की गाथा को अपनी अद्भुत अदाकारी से मंचीय प्रस्तुति कर सबको झकझोर कर रख दिया।
सायंकाल 6:30 से लेकर रात के 10 बजे तक इस शो को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य एवं कार्यक्रम संयोजक जगनैन सिंह नीटू ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप अपने पंजाबी भाषा और संस्कृति के विकास के लिए कार्य करना ही पंजाबी अकादमी का उद्देश्य है, यह कार्यक्रम उसी कड़ी में एक प्रयास है, जिससे समाज के लोगों को अपने धर्म और इतिहास की बहुत जानकारी प्राप्त होगी। कार्यक्रम में समाज के कुछ प्रमुख जन को अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र भेंटकर चार साहबजादे गौरव सम्मान 2024 से नवाजा भी गया।
इस दौरान सरदार जगजीत सिंह लवी, देवेंदर सिंह, ज्ञानी दामोदर सिंह, सतपाल सिंह, पुनीत होरा दीपू, राजेश मृगवानी, जसमीत सिंह, विनीत सिंह सहित बड़ी संख्या में सिख, सिंधी पंजाबी समाज के लोगों की सहभागिता रही।
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नगर में सिख समाज के लिए ऐसा कोई आयोजन पहली बार हुआ, जिसे पंजाबी रंगमंच पटियाला के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार प्रस्तुत करने आए थे। चांदनी चौक से सरहिंद तक शीर्षक से प्रस्तुत इस लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम में पंजाबी रंगकर्मियों ने सन् 1666 से लेकर 1705 के दौर में औरंगजेब शासित मुगल हुकूमत के दौरान मानवता पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए गुरु गोविंद सिंह के पिता नवम गुरु तेग बहादुर, उनके चार सुपुत्र बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह से लेकर माता गुजर कौर के बलिदान की गाथा को अपनी अद्भुत अदाकारी से मंचीय प्रस्तुति कर सबको झकझोर कर रख दिया।
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सायंकाल 6:30 से लेकर रात के 10 बजे तक इस शो को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य एवं कार्यक्रम संयोजक जगनैन सिंह नीटू ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप अपने पंजाबी भाषा और संस्कृति के विकास के लिए कार्य करना ही पंजाबी अकादमी का उद्देश्य है, यह कार्यक्रम उसी कड़ी में एक प्रयास है, जिससे समाज के लोगों को अपने धर्म और इतिहास की बहुत जानकारी प्राप्त होगी। कार्यक्रम में समाज के कुछ प्रमुख जन को अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र भेंटकर चार साहबजादे गौरव सम्मान 2024 से नवाजा भी गया।
इस दौरान सरदार जगजीत सिंह लवी, देवेंदर सिंह, ज्ञानी दामोदर सिंह, सतपाल सिंह, पुनीत होरा दीपू, राजेश मृगवानी, जसमीत सिंह, विनीत सिंह सहित बड़ी संख्या में सिख, सिंधी पंजाबी समाज के लोगों की सहभागिता रही।

शहर के बस स्टैंड के सामने आदर्श मार्केट में अतिक्रमण हटाते हुए निगम कर्मचारी। संवाद