पहली दफा चुनाव में महंगाई मुद्दा नहींः राजनाथ सिंह
- पाकिस्तान पर विजय के बाद विपक्ष में रहते हुए अटल जी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा की संज्ञा दी थी
- कांग्रेस पुलवामा हमले के विरोध में सेना की कार्रवाई के मांग रहा सबूत
- चौकीदार की चौकीदारी से बेनामी संपत्ति वाले देश छोड़ कर भाग गए
विस्तार
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार में देश आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है। 2030 तक भारत देश अमेरिका और रूस जैसे धनवान देशों को पछाड़ कर आर्थिक रूप से समृद्धशाली बन जाएगा। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस देश तोड़ने वालों के साथ खडी है। वह कहती है कि सत्ता मिली तो हम देशद्रोह का कानून समाप्त कर देंगे, लेकिन भाजपा देश द्रोह के कानून को इतना सख्त बनाएंगी कि देशद्राह की बात सोचने वालों की रूह कांप जाएगी।
पहली दफा ऐसा है कि मंहगाई चुनावी मुद्दे से बाहर है। यह बातें गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को रामकोला के जूनियर हाईस्कूल परिसर में आयोजित विजय संकल्प रैली के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 55 वर्षों में जितने कार्य नहीं किए, उससे कहीं अधिक मोदी सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में हुए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र किया और कहा कि जब पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की थी तो विपक्ष में रहते हुए भी अटल बिहारी बाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा की संज्ञा दी थी।
जबकि कांग्रेस पुलवामा हमले के विरोध में सेना के जरिए की गई एयर स्ट्राईक की कार्रवाई का सबूत मांग रही है। 1951 से 2004 तक सभी चुनावों में मंहगाई मुद्दा रहा। जबकि पहली बार 2019 के चुनाव में मंहगाई मुद्दों से काफी दूर है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान में मंहगाई 10 से 12% हैं, तो भारत में 2 से 3 % हैं। भाजपा पाकिस्तान से मंहगाई को बाघा बार्डर से पार नहीं होने देगी। मोदी सरकार ने पचास हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति जब्त की है। चौकीदार की चौकीदारी से बेनामी संपत्ति वाले देश छोड़कर भाग खड़े हुए हैं।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि सरकार द्वारा यदि गरीब लोगों को 100 रुपए भेजा जाता था तो उनके पास सिर्फ 16 रुपए ही पहुंचता था, लेकिन वहीं मोदी सरकार लोगों के खाते में धनराशि भेजकर एक लाख दस हजार करोड़ रुपए का बचत कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का जिक्र करते हुए बताया कि भारत के बारे में कहा कि इस समय देश की अर्थव्यवस्था सबसे अच्छी है।
2014 के पहले भारत की अर्थव्यवस्था का नौवां स्थान था, 2014 के बाद छठवां स्थान था। कुछ माह पूर्व भारत ने पांचवां स्थान प्राप्त किया। 2030- 31 तक धनवान देशों में शामिल अमेरिका, रूस जैसे देश को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। कुछ लोग भारत में दो प्रधानमंत्री की मांग कर रहे हैं, लेकिन कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं, वहीं कांग्रेस राष्ट्र द्रोह को समाप्त करने की बात कर रही हैं, जो देश को बर्दाश्त नहीं है।