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किले के पास बिखरेगी सुंदरता, जल्द मिलेगी एनओसी
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झांसी में बनेगा पुरातत्व विभाग का क्षेत्रीय कार्यालय।
- फोटो : REPORTERS
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झांसी। महानगर के ऐतिहासिक प्राचीन किले के आसपास विकास कार्यों और सौंदर्यीकरण को लेकर एएसआई की एनओसी जल्द नगर निगम को मिल जाएगी। नगर निगम के अधिकारियों और एएसआई अधिकारियों की लखनऊ में हुई बैठक में कार्यों को लेकर चर्चा हो गई है। उम्मीद है कि जल्द निर्माण कार्यों पर मुहर लगनी शुरू होगी।
दरअसल, किले के पास प्राकृतिक सौंदर्य और प्राचीनता से पर्यटकों को लुभाने के लिए नगर निगम ने और सुंदर बनाने की योजना तैयार की थी। जिसमें वृंदावन लाल वर्मा पार्क के सामने खाली पड़ी जगह पर पार्क का निर्माण और खंडेराव गेट के पास बनी बाउंड्रीवाल को हटाकर ग्रिल लगाने का प्रस्ताव रखा था। इसे लेकर महापौर और पूर्व नगर आयुक्त ने जगह का निरीक्षण भी किया था। लेकिन निर्माण को लेकर पुरातत्व विभाग और एएसआई की अनुमति का पेंच फंस रहा था। एएसआई को पत्र लिखा गया। पिछले दिनों नगर निगम के अधिशासी अभियंता अमित शर्मा के साथ लखनऊ में एएसआई के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने पुुरातत्व विरासत को संरक्षित करने का प्रस्ताव रखते हुए योजना के बारे में जानकारी दी। बताया जाता है कि बैठक में एएसआई के अधिकारी एनओसी देने के लिए तैयार हो गए हैं। वहीं जल्द ही एएसआई की टीम जल्द ही प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि नगर निगम को 15 दिन में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल जाएगा।
दिखेगी किले की तलहटी, रानी की गाथा का होगा वर्णन
खंडेराव गेट के पास बनी बाउंड्रीवाल को तोड़कर ग्रिल लगाई जाएगी। जिससे लोगों को दूर से ही किले की तलहटी नजर आए। वहीं ग्रिल में बीच-बीच में पिलर पर रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और यशोगाथा का वर्णन किया जाएगा।
इनका कहना है
किला झांसी की ऐतिहासिक धरोहर है। किले के आसपास विकास कार्यों को लेकर नगर निगम ने योजना तैयार की है। जिसे लेकर एएसआई अधिकारियों के साथ लखनऊ में बैठक हो गई है। उम्मीद है कि जल्द एनओसी मिल जाएगी। रामतीर्थ सिंघल, महापौर
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दरअसल, किले के पास प्राकृतिक सौंदर्य और प्राचीनता से पर्यटकों को लुभाने के लिए नगर निगम ने और सुंदर बनाने की योजना तैयार की थी। जिसमें वृंदावन लाल वर्मा पार्क के सामने खाली पड़ी जगह पर पार्क का निर्माण और खंडेराव गेट के पास बनी बाउंड्रीवाल को हटाकर ग्रिल लगाने का प्रस्ताव रखा था। इसे लेकर महापौर और पूर्व नगर आयुक्त ने जगह का निरीक्षण भी किया था। लेकिन निर्माण को लेकर पुरातत्व विभाग और एएसआई की अनुमति का पेंच फंस रहा था। एएसआई को पत्र लिखा गया। पिछले दिनों नगर निगम के अधिशासी अभियंता अमित शर्मा के साथ लखनऊ में एएसआई के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने पुुरातत्व विरासत को संरक्षित करने का प्रस्ताव रखते हुए योजना के बारे में जानकारी दी। बताया जाता है कि बैठक में एएसआई के अधिकारी एनओसी देने के लिए तैयार हो गए हैं। वहीं जल्द ही एएसआई की टीम जल्द ही प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि नगर निगम को 15 दिन में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल जाएगा।
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दिखेगी किले की तलहटी, रानी की गाथा का होगा वर्णन
खंडेराव गेट के पास बनी बाउंड्रीवाल को तोड़कर ग्रिल लगाई जाएगी। जिससे लोगों को दूर से ही किले की तलहटी नजर आए। वहीं ग्रिल में बीच-बीच में पिलर पर रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और यशोगाथा का वर्णन किया जाएगा।
इनका कहना है
किला झांसी की ऐतिहासिक धरोहर है। किले के आसपास विकास कार्यों को लेकर नगर निगम ने योजना तैयार की है। जिसे लेकर एएसआई अधिकारियों के साथ लखनऊ में बैठक हो गई है। उम्मीद है कि जल्द एनओसी मिल जाएगी। रामतीर्थ सिंघल, महापौर