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पाकिस्तान से 13 साल बाद अपने गांव लौटा सोनू सिंह, जताया अमर उजाला का आभार
अमर उजाला नेटवर्क, झांसी
Published by: झांसी ब्यूरो
Updated Sun, 06 Dec 2020 01:41 AM IST
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ललितपुर रेलवे स्टेशन...
- फोटो : AMAR UJALA
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पाकिस्तान की जेलों में 13 साल गुजारने के बाद वापस लौटे सोनू सिंह ने शनिवार की रात अपने गांव संतवासा में कदम रखा। गांव में सोनू का घंटों पहले से लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आसपास के गांवों के लोग भी जमा थे।

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सोनू के पहुंचते ही सभी उसकी ओर दौड़ पड़े। कोई केवल उसे देखने आया था, तो किसी ने आगे बढ़कर उसे गले लगाया। परिवार के लोगों ने उसे दुलारा। सही सलामत सोनू को सामने पाकर परिवार के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। सोनू सिंह को वापस गांव लाने के लिए अमर उजाला द्वारा किए गए प्रयासों को सभी ने सराहा। पिता, भाई व अन्य परिजनों ने रुंधे गले से आभार जताया।
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संतवासा गांव का सोनू सिंह 13 साल पहले भटकते हुए पाकिस्तान पहुंच गया था। यहां उसे अलग-अलग जेलों में रखा गया। इस दौरान उसे अमानवीय यातनाओं से भी गुजरना पड़ा। अक्तूबर में उसे पाकिस्तान से रिहा किया गया और वो 26 अक्तूबर को अमृतसर पहुंच गया। सूचना मिलते ही उसे वापस ललितपुर लाने के लिए सोनू के पिता और चाचा अमृतसर पहुंच गए। लेकिन, कागजी औपचारिकताएं पूरी न होने की वजह से पाकिस्तान से लौटा सोनू अमृतसर में फंस गया।
सोनू और परिजन दोनों को एक-एक दिन भारी गुजर रहा था। लेकिन, प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा था। ऐसे में अमर उजाला ने सोनू को वापस गांव लाने की मुहिम छेड़ी, जिससे प्रदेश के गृह विभाग तक को हस्तक्षेप करना पड़ा। तब जाकर सोनू की वापसी का रास्ता साफ हुआ। शनिवार को सब इंस्पेक्टर विष्णु, राजस्व निरीक्षक रहीम खान व पिता रोशन सिंह सोनू को लेकर गांव पहुंचे।
सोनू के गांव में पहुंचते ही एकदम से सभी में खुशी की लहर दौड़ गई। सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए। परिवार की महिलाओं ने तिलक लगाकर सोनू का स्वागत किया। ग्रामीणों में भी स्वागत की होड़ रही। किसी ने उसे हार पहनाया तो किसी ने गले लगाया। उसके पुराने दोस्त भी वहां पहुंच गए। पहले तो सोनू अपने कई परिजनों व दोस्तों को पहचान नहीं पाया। पुरानी बातें सुनाकर उसे याद दिलाया गया। घटों यही स्थिति चलती रही। सोनू के आगमन पर गांव में उत्सव जैसा नजारा नजर आया।
हर कोई उत्साहित था गांव के बेटे के वापस लौटने पर। सोनू का वापस लौटना उसके व परिजनों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। सोनू उम्मीद छोड़ चुका था कि वो कभी वापस अपने घर लौटेगा। सालों ढूंढने के बाद नहीं मिलने पर परिजन भी छोड़ चुके थे उम्मीद।
स्वागत को उमड़े लोग...
पाकिस्तान से लौटे सोनू सिंह के ललितपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इनमें राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ, किसान मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री गंधर्व सिंह लोधी, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरी बाबू शर्मा, अंकित यादव जिलाध्यक्ष यूथ कांग्रेस, रितिक शुक्ला मोन्टी जिलाध्यक्ष एनएसयूआई, बहादुर एडवोकेट, रामनरेश दुबे, शुभम शुक्ला, रोहित कुशवाहा नगर अध्यक्ष एनएसयूआई, कुलदीप पाठक, शालू जैन, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सिंह लोधी, ललितपुर सेवा ग्रुप से अंकुर जैन सानू बाबा, गौरव सोनी, गोलू पुरोहित, रानू यादव, जगदीश सिंह लोधी, बुंदेलखंड विकास सेना के प्रमुख हरीश कपूर टीटू समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे। लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और सोनू सिंह के घर वापसी पर प्रसन्नता भी जताई।
सोनू बोला, धन्यवाद अमर उजाला
अपने गांव पहुंचे सोनू ने कहा कि वह वापस लौटने की उम्मीद छोड़ चुका था। 13 साल बाद पाकिस्तान ने उसे रिहा किया तो वह अमृतसर में फंस गया। कागजी औपचारिकताएं पूरी न होने की वजह से वह अपने गांव वापस नहीं लौट पा रहा था। लग रहा था कि महीनों उसे अमृतसर में गुजारने होंगे। जबकि, एक-एक दिन भारी पड़ रहा था। ऐसे में अमर उजाला ने साथ दिया और उसे वापस लाने की मुहिम चलाई, जिससे जल्द वापसी संभव हुई। उसने अमर उजाला को धन्यवाद बोला, परिजनों ने भी रुंधे गले से आभार जताया।