{"_id":"6731c2f20c6d10d8db0a7bbf","slug":"kanpur-devar-bhabhi-love-affair-eight-months-after-kill-her-husband-woman-arrest-along-with-her-brother-in-law-2024-11-11","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"कानपुर के देवर-भाभी का अफेयर: पति के कत्ल के बाद दिनभर ढाबे पर काम... शाम में करते थे बागेश्वर धाम में सेवा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
कानपुर के देवर-भाभी का अफेयर: पति के कत्ल के बाद दिनभर ढाबे पर काम... शाम में करते थे बागेश्वर धाम में सेवा
अमर उजाला नेटवर्क, कानपुर
Published by: शाहरुख खान
Updated Mon, 11 Nov 2024 03:05 PM IST
विज्ञापन
सार
कानपुर पुलिस ने पति की हत्या कर आठ महीने से फरार महिला को उसके देवर के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पति की हत्यारी पत्नी देवर के साथ बागेश्वर धाम में छुपी थी।

Kanpur Devar Bhabhi love affair
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
कानपुर के बिधनू में ट्रक चालक पति की चाकू से गोदकर हत्या की और फिर देवर संग फरार हुई पत्नी को पुलिस ने आठ महीने बाद मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम आश्रम से धर दबोचा। हत्या के बाद से दोनों लगातार ठिकाने बदल-बदलकर रह रहे थे।
बागेश्वर धाम गए गांव के ही एक व्यक्ति की नजर में आने के बाद पुलिस ने कई दिन तक कैंप कर दोनों को पकड़ लिया। हालांकि पुलिस ने दोनों को बिधनू नहर के पास से गिरफ्तार दिखाया है। रविवार दोपहर दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
मूलरूप से लखीमपुर के ईसानगर थाना इलाके के कोडरी रूप सेनापुर निवासी ट्रक चालक दिनेश अवस्थी (45) दो साल से बिधनू के खेरसा गांव में रहकर ट्रक चलाता था। घटना से सालभर पहले उसने सीतापुर की पूनम उर्फ गुड़िया से प्रेम विवाह किया था।
इसके बाद से वह पूनम और अपने छोटे भाई मनोज के साथ एक ही मकान में रह रहा था। जांच में पता चला कि पूनम के देवर मनोज से अवैध संबंध हो गए। इसका पता दिनेश को चला तो दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। रोज-रोज की झिकझिक से नाराज पूनम ने मनोज के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रच डाली।

Trending Videos
बागेश्वर धाम गए गांव के ही एक व्यक्ति की नजर में आने के बाद पुलिस ने कई दिन तक कैंप कर दोनों को पकड़ लिया। हालांकि पुलिस ने दोनों को बिधनू नहर के पास से गिरफ्तार दिखाया है। रविवार दोपहर दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
मूलरूप से लखीमपुर के ईसानगर थाना इलाके के कोडरी रूप सेनापुर निवासी ट्रक चालक दिनेश अवस्थी (45) दो साल से बिधनू के खेरसा गांव में रहकर ट्रक चलाता था। घटना से सालभर पहले उसने सीतापुर की पूनम उर्फ गुड़िया से प्रेम विवाह किया था।
इसके बाद से वह पूनम और अपने छोटे भाई मनोज के साथ एक ही मकान में रह रहा था। जांच में पता चला कि पूनम के देवर मनोज से अवैध संबंध हो गए। इसका पता दिनेश को चला तो दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। रोज-रोज की झिकझिक से नाराज पूनम ने मनोज के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रच डाली।
पहले डंडे से पीटा, फिर चाकू से गोदा
फिर 24 अप्रैल की रात दोनों ने दिनेश को पहले डंडे से पीटा, बाद में चाकू से गोदकर मार डाला। वारदात के बाद शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया। 26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतराता दिखा तो मनोज ने उसे डंडे की मदद से दबाने की कोशिश की।
फिर 24 अप्रैल की रात दोनों ने दिनेश को पहले डंडे से पीटा, बाद में चाकू से गोदकर मार डाला। वारदात के बाद शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया। 26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतराता दिखा तो मनोज ने उसे डंडे की मदद से दबाने की कोशिश की।
हत्या के बाद फरार हो गए थे देवर-भाभी
इसी दौरान ग्रामीणों ने देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही हत्यारोपी भाभी-देवर फरार हो गए। डीसीपी साउथ ने बताया कि दिनेश के छोटे भाई मयानंद की तहरीर पर मनोज और पूनम पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तलाश की जा रही थी। दोनों के मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम में होने की जानकारी मिली थी, जहां से दोनों को धर दबोचा गया।
इसी दौरान ग्रामीणों ने देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही हत्यारोपी भाभी-देवर फरार हो गए। डीसीपी साउथ ने बताया कि दिनेश के छोटे भाई मयानंद की तहरीर पर मनोज और पूनम पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तलाश की जा रही थी। दोनों के मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम में होने की जानकारी मिली थी, जहां से दोनों को धर दबोचा गया।
लखीमपुर से बागेश्वर धाम तक भागे, फिर भी पकड़े गए
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हत्या के बाद वह सबसे पहले लखीमपुर निवासी बुआ के घर पहुंचे। हालांकि पुलिस को उनकी भनक लग गई, इसलिए वह नेपाल बॉर्डर भाग गए। कुछ समय तक वहां रहने के बाद वह चित्रकूट आ गए। वहां से बागेश्वर धाम पहुंच गए। यहां पर करीब चार महीने से दोनों ढाबे में काम कर रहे थे। दिनभर काम करने के बाद शाम को आश्रम में सेवा करते और वहीं सो जाते थे।
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हत्या के बाद वह सबसे पहले लखीमपुर निवासी बुआ के घर पहुंचे। हालांकि पुलिस को उनकी भनक लग गई, इसलिए वह नेपाल बॉर्डर भाग गए। कुछ समय तक वहां रहने के बाद वह चित्रकूट आ गए। वहां से बागेश्वर धाम पहुंच गए। यहां पर करीब चार महीने से दोनों ढाबे में काम कर रहे थे। दिनभर काम करने के बाद शाम को आश्रम में सेवा करते और वहीं सो जाते थे।
..तो ऐसे पकड़े गए हत्यारोपी देवर-भाभी
करीब महीने भर पहले बिधनू का एक व्यक्ति बागेश्वर धाम दर्शन करने गया था। वहां चाय के स्टाल पर हत्या के आरोपी मनोज को काम करते देख उसने पुलिस को जानकारी दे दी। पुलिस की एक टीम आरोपी को पकड़ने के लिए बागेश्वर धाम गई। तीन दिन तक रुकी रही, लेकिन उन्हें मनोज नहीं मिला। इसपर टीम बैरंग लौट आई थी। बीते शुक्रवार को दोबारा एक टीम को बागेश्वर धाम भेजा गया। इस बार आश्रम के नजदीक ही चाय का स्टाल चला रहे हत्या के आरोपी मनोज और पूनम को पुलिस ने धर दबोचा।
करीब महीने भर पहले बिधनू का एक व्यक्ति बागेश्वर धाम दर्शन करने गया था। वहां चाय के स्टाल पर हत्या के आरोपी मनोज को काम करते देख उसने पुलिस को जानकारी दे दी। पुलिस की एक टीम आरोपी को पकड़ने के लिए बागेश्वर धाम गई। तीन दिन तक रुकी रही, लेकिन उन्हें मनोज नहीं मिला। इसपर टीम बैरंग लौट आई थी। बीते शुक्रवार को दोबारा एक टीम को बागेश्वर धाम भेजा गया। इस बार आश्रम के नजदीक ही चाय का स्टाल चला रहे हत्या के आरोपी मनोज और पूनम को पुलिस ने धर दबोचा।