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घाटमपुर: रुपये न देने पर सिपाहियों ने बंधक बनाकर पीटा, ये है पूरा मामला
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, घाटमपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Fri, 16 Jul 2021 12:28 AM IST
सार
आरोप है कि कोतवाली न ले जाकर सुनसान रास्ते में बाइक रोक सिपाहियों ने 10 हजार रुपये की मांग कर मामला निपटाने की बात कही। इनकार करने पर नाराज सिपाहियों ने अभद्रता कर मारपीट की।
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सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
घाटमपुर के भदरस गांव में विवाद निपटाने पहुंचे सिपाहियों ने रुपये की मांग पूरी न होने पर एक युवक को मकान में बंधक बनाकर पीटा। पीड़ित का आरोप है कि सिपाहियों ने अन्य साथियों संग मिलकर जेब में पड़े दो हजार रुपये भी छीन लिए।
पीड़ित ने मारपीट के चलते एक कान से कम सुनाई देने की बात कही है। आरोप लगाया कि शिकायत करने कोतवाली पहुंचा तो प्रभारी ने भगा दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग और पुलिस के आला अफसरों से की है।
अंकित कुमार पुत्र राधेश्याम हाईवे किनारे छोले-भटूरे का ठेला लगाता है। बुधवार शाम उसके भाई और मां के बीच विवाद हो रहा था। उसने बीचबचाव की कोशिश की तो भाभी ने यूपी 112 पर कॉल कर दी। सूचना पर पहुुंचे पीआरवी बाइक के सिपाही अंकित को बाइक में बैठाकर कोतवाली के लिए निकले।
आरोप है कि कोतवाली न ले जाकर सुनसान रास्ते में बाइक रोक सिपाहियों ने 10 हजार रुपये की मांग कर मामला निपटाने की बात कही। इनकार करने पर नाराज सिपाहियों ने अभद्रता कर मारपीट की। इसके बाद दोनों उसे जबरन बीरपुर गांव में पीडब्ल्यूडी के पीछे एक मकान में ले गए।
वहां पहले से मौजूद कुछ और सिपाहियों के साथ मिलकर उसे मारापीटा। जेब में पड़े दो हजार रुपये भी छीन लिए। इसके बाद आधी रात को उसे छोड़ा गया। गुरुवार को वह शिकायत करने कोतवाली पहुंचा तो प्रभारी धनेश प्रसाद ने आपबीती सुनने के बजाय फटकारकर भगा दिया। एसपी आउटर अष्टभुजा प्रसाद सिंह ने मामले की जानकारी से इनकार किया है। कहा कि शिकायत मिलने पर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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पीड़ित ने मारपीट के चलते एक कान से कम सुनाई देने की बात कही है। आरोप लगाया कि शिकायत करने कोतवाली पहुंचा तो प्रभारी ने भगा दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग और पुलिस के आला अफसरों से की है।
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अंकित कुमार पुत्र राधेश्याम हाईवे किनारे छोले-भटूरे का ठेला लगाता है। बुधवार शाम उसके भाई और मां के बीच विवाद हो रहा था। उसने बीचबचाव की कोशिश की तो भाभी ने यूपी 112 पर कॉल कर दी। सूचना पर पहुुंचे पीआरवी बाइक के सिपाही अंकित को बाइक में बैठाकर कोतवाली के लिए निकले।
आरोप है कि कोतवाली न ले जाकर सुनसान रास्ते में बाइक रोक सिपाहियों ने 10 हजार रुपये की मांग कर मामला निपटाने की बात कही। इनकार करने पर नाराज सिपाहियों ने अभद्रता कर मारपीट की। इसके बाद दोनों उसे जबरन बीरपुर गांव में पीडब्ल्यूडी के पीछे एक मकान में ले गए।
वहां पहले से मौजूद कुछ और सिपाहियों के साथ मिलकर उसे मारापीटा। जेब में पड़े दो हजार रुपये भी छीन लिए। इसके बाद आधी रात को उसे छोड़ा गया। गुरुवार को वह शिकायत करने कोतवाली पहुंचा तो प्रभारी धनेश प्रसाद ने आपबीती सुनने के बजाय फटकारकर भगा दिया। एसपी आउटर अष्टभुजा प्रसाद सिंह ने मामले की जानकारी से इनकार किया है। कहा कि शिकायत मिलने पर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
