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तीसरे दिन भी प्रदर्शन के बाद धरने पर बैठे रहे वकील
अमर उजाला नेटवर्क, कौशांबी
Published by: इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Thu, 16 Sep 2021 05:12 PM IST
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सार
संघ के अध्यक्ष ने रजिस्टार सर्वेंदु मिश्रा पर आरोप लगाते हुए बताया कि बैनामा के दस्तावेज में कमियां निकाल कर उन्हें रोक दिया जाता है। इसके बाद दबाव बनाकर अवैध वसूली कर बैनामा पंजीकृत किया जाता है। साथ ही विक्रेता द्वारा अंकित अंश के क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर स्टांप की कमी बता दी जाती है।

Lawyers sitting on dharna even after the third day
- फोटो : KAUSHAMBI
विस्तार
उपनिबंधन कार्यालय में काश्तकारों से अवैध वसूली और रजिस्ट्रार के मनमाने रवैये से सिराथू तहसील के अधिवक्ताओं का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी प्रदर्शन कर उपनिबंधक कार्यालय के समक्ष धरना दिया। चेताया कि समस्या का निस्तारण नहीं होने तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा।
संघ के अध्यक्ष ने रजिस्टार सर्वेंदु मिश्रा पर आरोप लगाते हुए बताया कि बैनामा के दस्तावेज में कमियां निकाल कर उन्हें रोक दिया जाता है। इसके बाद दबाव बनाकर अवैध वसूली कर बैनामा पंजीकृत किया जाता है। साथ ही विक्रेता द्वारा अंकित अंश के क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर स्टांप की कमी बता दी जाती है। रोजाना की इस व्यवस्था से काश्तकार परेशान हैं। इसके अलावा महीने भर के भीतर कई फर्जी बैनामा किए गए हैं। जिसमें जीवित व्यक्ति को मृतक दिखाया गया है।
व्यवस्था सुधरने तक कार्य का बहिष्कार कर धरने पर बैठे रहने की जिद पर अड़े वकीलों ने कहा कि यदि इसके बावजूद भी अवैध वसूली नहीं बंद हुई तो वह सभी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष बसंत सिंह, श्याम लाल पाल, जयदीप पांडेय, संजीव मिश्रा, सुमित कुमार, शिव सेवक अग्रहरि, अंसार अहमद, बृजेश मिश्रा, बृजेश सिंह सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।
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संघ के अध्यक्ष ने रजिस्टार सर्वेंदु मिश्रा पर आरोप लगाते हुए बताया कि बैनामा के दस्तावेज में कमियां निकाल कर उन्हें रोक दिया जाता है। इसके बाद दबाव बनाकर अवैध वसूली कर बैनामा पंजीकृत किया जाता है। साथ ही विक्रेता द्वारा अंकित अंश के क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर स्टांप की कमी बता दी जाती है। रोजाना की इस व्यवस्था से काश्तकार परेशान हैं। इसके अलावा महीने भर के भीतर कई फर्जी बैनामा किए गए हैं। जिसमें जीवित व्यक्ति को मृतक दिखाया गया है।
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व्यवस्था सुधरने तक कार्य का बहिष्कार कर धरने पर बैठे रहने की जिद पर अड़े वकीलों ने कहा कि यदि इसके बावजूद भी अवैध वसूली नहीं बंद हुई तो वह सभी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष बसंत सिंह, श्याम लाल पाल, जयदीप पांडेय, संजीव मिश्रा, सुमित कुमार, शिव सेवक अग्रहरि, अंसार अहमद, बृजेश मिश्रा, बृजेश सिंह सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।