{"_id":"6949829af2411f110d0d3f34","slug":"three-months-later-the-body-of-a-teenager-was-exhumed-and-sent-for-postmortem-lakhimpur-news-c-120-1-lkh1008-164172-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Lakhimpur Kheri News: तीन माह बाद कब्र से निकालकर पोस्टमाॅर्टम के लिए भेजा किशोर का शव","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Lakhimpur Kheri News: तीन माह बाद कब्र से निकालकर पोस्टमाॅर्टम के लिए भेजा किशोर का शव
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Mon, 22 Dec 2025 11:10 PM IST
विज्ञापन
ग्राम गनेशापुर में शव निकालते समय कब्र का निरीक्षण करते हुए एसडीएम चलुवराजू आर। संवाद
विज्ञापन
पसगवां। अप्रशिक्षित चिकित्सक के इलाज से हुई किशोर की मौत के मामले में करीब तीन माह बाद डीएम के आदेश पर सोमवार को शव कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। डीएम के आदेश के बाद एसडीएम मोहम्मदी चालुवराजू आर, नायब तहसीलदार सर्वेश कुमार यादव और एसएचओ जितेंद प्रताप सिंह आदि की मौजूदगी में कार्रवाई की गई।
विमलेश कुमार निवासी गणेशापुर ने पुलिस में दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया था कि बीती 13 सितंबर को उसके बेटे 15 वर्षीय हिमांशु को बुखार आ गया था। इलाज के लिए वह गणेशापुर निवासी अप्रशिक्षित चिकित्सक विकास राठौर के कुइयांखेड़ा स्थित क्लीनिक पर पहुंचा। विकास ने बुखार की दवा दे दी, जिसको खाने के बाद भी जब बुखार कम न हुआ, तब फिर से इसकी जानकारी विकास को दी गई। इसके बाद विकास ने शाम के समय घर पहुंचकर हिमांशु के दो इंजेक्शन लगा दिए।
इंजेक्शन लगते ही हिमांशु की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद उसे मोहम्मदी स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। वहां पर मना कर देने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदी लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने हिमांशु को मृत घोषित कर दिया।
आरोपी चिकित्सक विकास राठौर के चाचा रामनाथ राठौर निवासी गणेशापुर कोतवाली पसगवां ने षड्यंत्र कर हिमांशु का शव दफन करा दिया था। इसके बाद विमलेश ने विकास सहित दो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने तहरीर मिलने पर आरोपी चिकित्सक विकास राठौर व उसके चाचा रामनाथ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एसएचओ जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाक्स
किसी ने नहीं दिया सहारा
ग्राम गणेशापुर में बेटे के शोक में डूबा विमलेश कुमार अकेले अपने पुत्र हिमांशु कुमार का शव निकालने के लिए कब्र खोद रहे थे। काफी लोग उन्हें वहां देख रहे थे लेकिन किसी ने उसे सहारा देना मुनासिब नहीं समझा।
Trending Videos
विमलेश कुमार निवासी गणेशापुर ने पुलिस में दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया था कि बीती 13 सितंबर को उसके बेटे 15 वर्षीय हिमांशु को बुखार आ गया था। इलाज के लिए वह गणेशापुर निवासी अप्रशिक्षित चिकित्सक विकास राठौर के कुइयांखेड़ा स्थित क्लीनिक पर पहुंचा। विकास ने बुखार की दवा दे दी, जिसको खाने के बाद भी जब बुखार कम न हुआ, तब फिर से इसकी जानकारी विकास को दी गई। इसके बाद विकास ने शाम के समय घर पहुंचकर हिमांशु के दो इंजेक्शन लगा दिए।
विज्ञापन
विज्ञापन
इंजेक्शन लगते ही हिमांशु की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद उसे मोहम्मदी स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। वहां पर मना कर देने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदी लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने हिमांशु को मृत घोषित कर दिया।
आरोपी चिकित्सक विकास राठौर के चाचा रामनाथ राठौर निवासी गणेशापुर कोतवाली पसगवां ने षड्यंत्र कर हिमांशु का शव दफन करा दिया था। इसके बाद विमलेश ने विकास सहित दो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने तहरीर मिलने पर आरोपी चिकित्सक विकास राठौर व उसके चाचा रामनाथ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एसएचओ जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाक्स
किसी ने नहीं दिया सहारा
ग्राम गणेशापुर में बेटे के शोक में डूबा विमलेश कुमार अकेले अपने पुत्र हिमांशु कुमार का शव निकालने के लिए कब्र खोद रहे थे। काफी लोग उन्हें वहां देख रहे थे लेकिन किसी ने उसे सहारा देना मुनासिब नहीं समझा।
