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Mahoba News: खाद संकट के लिए जिम्मेदारों ने किसानों को ठहराया दोषी

Kanpur	 Bureau कानपुर ब्यूरो
Updated Fri, 12 Sep 2025 12:00 AM IST
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Those responsible for the fertilizer crisis blamed the farmers
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फोटो 11 एचएएमपी 13- हेलापुर सहकारी समिति में ट्रैक्टर में खाद लादते किसान। संवादइस वर्ष
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- जिम्मेदार बोले-किसान रबी सीजन के लिए अभी से खाद जुटा रहे हैं, इससे अव्यवस्था हो रही
- इस बार 1683 एमटी कम मिली खाद, विभाग का दावा है कि स्टॉक में 2,303 एमटी खाद उपलब्ध

संवाद न्यूज एजेंसी


हमीरपुर। दावों के बावजूद खाद के लिए किसान परेशान है। वहीं, विभाग के जिम्मेदारों ने खाद की किल्लत के लिए सीधे तौर पर किसानों को ही जिम्मेदार बता दिया। अधिकारियों का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है, लेकिन किसान रबी सीजन के लिए अभी से खाद जुटा रहे हैं। इससे अव्यवस्था हो रही है। विभाग का दावा है कि स्टॉक में अभी भी 2,303 एमटी खाद है। जिम्मेदारों का कहना है कि इस वर्ष अत्यधिक बारिश के चलते खरीफ फसलें कम बोई गई हैं।
जिले में चालू खरीफ सीजन में 14,067 एमटी का लक्ष्य मिला है। जबकि, गतवर्ष 15,750 एमटी का लक्ष्य था। पिछले वर्ष खरीफ सीजन की अपेक्षा इस साल 1,683 एमटी खाद का लक्ष्य कम मिला है। चालू सीजन में अब तक 11,764 एमटी खाद का वितरण कराया गया है। खरीफ सीजन 2025-26 के लिए 14,067 एमटी का लक्ष्य है। इसमें सहकारिता विभाग को 8,530 एमटी, एग्रो काे 916 एमटी और निजी उर्वरक विक्रेताओं को 4,621 एमटी का लक्ष्य है। अब तक कुल 11,764 एमटी खाद का वितरण कराए जाने का दावा किया जा रहा है। इसमें सहकारिता विभाग ने 3,472 एमटी यूरिया, 2,384 एमटी डीएपी व 201 एमटी एनपीके का वितरण कराया है।
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वहीं, निजी उर्वरक केंद्रों ने 4,079 एमटी यूरिया, 1,013 एमटी डीएपी, 196 एमटी एनपीके, 404 एमटी एसएसपी व 15 एमटी एमओपी खाद का वितरण किया है। एग्रो द्वारा कोई खाद का वितरण नहीं किया गया है। अभी भी निजी सरकारी बिक्री केंद्रों पर 11,476 एमटी खाद अवशेष है। जबकि बफर स्टाॅक में यूरिया 2,778 एमटी, डीएपी 984 एमटी उपलब्ध है।
जबकि खरीफ सीजन 2024-25 में जिले को कुल 15,750 एमटी का लक्ष्य मिला था और 12,676 एमटी खाद का वितरण कराया गया था। इसके सापेक्ष चालू खरीफ सीजन में 1,683 एमटी खाद का लक्ष्य कम मिला है।
तीन वर्षों में खरीफ लक्ष्य की तुलना में खपत (मैट्रिक टन में)

वर्ष - उर्वरक - लक्ष्य - वितरण
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2022-23 - यूरिया - 5,778 - 2,913
- डीएपी - 4,763 - 2,469
- एनपीके - 95 - 11
- एमओपी - 206 - 09
- एसएसपी - 176 - 14
2023-24 - यूरिया - 4,371 - 6,725
- डीएपी - 4,279 - 8,627
- एनपीके - 41 - 276
- एमओपी - 87 - 02
- एसएसपी - 32 - 180
2024-25 - यूरिया - 4,610 - 7,856
- डीएपी - 5,450 - 3,465
- एनपीके - 3,800 - 1,040
- एमओपी - 190 - 06
- एसएसपी - 1,700 - 309
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फोटो 11 एचएएमपी 14- राजू पाल। संवाद
भीड़ होने के कारण नहीं मिला टोकन

टिकरौली निवासी किसान राजू पाल ने बताया कि बृहस्पतिवार को समिति में किसानों की भीड़ अधिक होने से उसे टोकन नहीं मिल सका है। बिना खाद के वापस लौटना पड़ रहा है।
फोटो 11 एचएएमपी 15- जयनेंद्र। संवाद
दो बैग डीएपी व दो बैग मिली यूरिया

कलौलीतीर निवासी किसान जयनेंद्र ने बताया कि उसके पास 12 बीघे जमीन है। सुबह से लाइन में लगने के बाद दो बैग डीएपी व दो बैग यूरिया खाद मिल पाई है।
1517 किसानों में 800 बोरी मिली डीएपी

कुछेछा स्थिति हेलापुर सहकारी समिति के सचिव कमल शर्मा ने बताया कि चालू खरीफ सीजन में अब तक 800 बैग डीएपी, 400 बैग यूरिया और 500 बैग एनपीके उपलब्ध कराई गई है। जबकि समिति में 1517 किसान सदस्य हैं। केवल समिति के सदस्य किसानों को ही खाद वितरित कराई जा रही है। रोजाना 50 टोकन निकाले जा रहे हैं।
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गहरौली और गुंदेला समिति में खाद वितरित कराए जाने की मांग

गहरौली। मुस्करा क्षेत्र के दो गांव गहरौली और गुंदेला में खाद न मिलने को लेकर ब्लॉक प्रमुख वीर नारायण दादी ने नाराजगी जहिर करते हुए डीएम से दोनों गांव में खाद का वितरण कराए जाने की मांग की है। ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि दोनों गांवाें में साधन सहकारी समिति है। सरकारी तंत्र की उपेक्षा के चलते इन समितियाें में खाद का वितरण नहीं कराया जा रहा है। इससे किसान 10 किमी दूर खाद के लिए दौड़ लगा रहे हैं। उन्होंने डीएम से दोनों गांवों में खाद वितरण कराने की मांग की है।
दावा... 600 एमटी अधिक हुआ डीएपी का वितरण

सहकारिता विभाग के 56 उर्वरक बिक्री केंद्र संचालित हैं। इनमें 45 सहकारी समितियां, तीन क्रय विक्रय केंद्र, तीन सहकारी संघ और पांच पीसीएफ के कृषक सेवा केंद्र हैं। अब खरीफ सीजन में 3,529 एमटी यूरिया, 2,678 एमटी डीएपी और 262 एमटी एनपीके का वितरण कराया गया है। जबकि पिछले वर्ष खरीफ सीजन में यूरिया 2,716 एमटी, 2,080 एमटी डीएपी व 415 एमटी एनपीके का वितरण कराया गया था। गतवर्ष की तुलना में 600 एमटी डीएपी व 813 एमटी यूरिया का अधिक वितरण कराया जा चुका है। - रमाकांत द्विवेदी, एआर सहकारिता।


वर्जन
जिले में कहीं भी खाद की कोई कमी नहीं है। किसान रबी सीजन के लिए अभी से खाद लेकर रख रहा है। इसी के चलते अव्यवस्था हो रही है। 14,067 एमटी लक्ष्य की जगह अब तक 11,764 एमटी खाद का वितरण कराया जा चुका है। अभी भी स्टॉक में 2,303 एमटी उर्वरक की उपलब्धता है। किसानों से अपील है कि धैर्य बनाए रखें, सभी को समय से खाद मिलेगी।- डॉ. हरिशंकर, जिला कृषि अधिकारी।
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