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UP: बांकेबिहारी मंदिर की हाईपावर्ड कमेटी में सेवायतों का चयन, इनको मिली ठाकुरजी की सेवा की जिम्मेदारी
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: अरुन पाराशर
Updated Mon, 01 Sep 2025 07:14 PM IST
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सार
वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर की हाईपावर्ड कमेटी में सेवायतों का चयन किया गया है। कमेटी में चार गोस्वामियों का चयन हुआ है।

मथुरा। श्री बांकेबिहारी मंदिर में लगी श्रद्धालुओं की भीड़।
- फोटो : mathura
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विस्तार
बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी में शामिल होने वाले सेवायतों का चयन कर लिया गया। कमेटी में चार गोस्वामियों को शामिल किया गया है। नामों को लेकर अब तक कयास ही लगाए जा रहे थे, लेकिन कमेटी की ओर से जिलाधिकारी ने नामों की घोषण कर दी।
जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि श्रीबांकेबिहारी मंदिर की हाईपावर्ड कमेटी ने सेवायतों का चयन कर लिया। कई दिनों के विचार विमर्श के बाद राजभोग और शयनभोग के दो-दो गोस्वामियों को रखा गया है। जिनमें राजभोग से श्रीवर्धन गोस्वामी पुत्र जुगल किशोर गोस्वामी और शैलेंद्र गोस्वामी पुत्र ब्रजनाथ गोस्वामी तथा शयनभोग से दिनेश कुमार गोस्वामी पुत्र श्रीबिहारीलाल गोस्वामी और विजय कृष्ण गोस्वामी पुत्र बालकृष्ण गोस्वामी को चुना गया है। चारों को कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
बता दें कि पिछले दिनों सेवायतों के चयन के लिए कमेटी ने गोस्वामियों से नाम मांगे थे। सेवायतों की ओर से 14 नाम भेजे गए थे। कमेटी द्वारा कलेक्ट्रेट में बुलाई बैठक में 11सेवायत ही पहुंचे थे। सभी सेवायतों ने अपनी-अपनी बात रखी थी। उसके बाद कमेटी ने सेवायतों पर निर्णय लिया था। कमेटी की ओर से जिलाधिकारी सीपी सिंह ने कहा कि कमेटी ने सेवायतों का चयन कर लिया है। अब मंदिर की व्यवस्थाओं पर काम किया जाएगा। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार से परेशानी न हो, सुगमता से दर्शन हों, इस बात को ध्यान में रखते हुए कमेटी के अध्यक्ष पूरी कार्ययोजना तैयार करेंगे।
दिनेश गोस्वामी रहे थे सुर्खियों में
शयनभोग से दिनेश गोस्वामी शुरूआत से सुर्खियों में रहे। पहले उन्होंने कॉरिडोर का विरोध किया, लेकिन बाद में उन्होंने समर्थन किया। उसके बाद उन्हें विरोध करने वाले सेवायतों का विरोध तक झेलना पड़ा। यहां तक कि उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका विरोध किया। वह सोशल मीडिया से लेकर प्रमुख चैनलों की डिबेट में हिस्सा बने। अन्य सेवायतों का कहना है कि प्रशासन का शुरूआत से साथ देने पर उन्हें तोहफा मिला है ।
सुप्रीम कोर्ट ने गठित की थी कमेटी
बांकेबिहारी मंदिर न्यास के विरुद्ध में जब सेवायतों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो कोर्ट ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अशोक कुमार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। इसमें रिटायर्ड जिला जज मुकेश मिश्रा को सदस्य बनाया। इसके अलावा मथुरा के पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ चार सेवायताें को शामिल करने के आदेश जारी कर प्रबंधन के लिए कमेटी बना दी।
ये भी पढ़ें-UP: इंस्टाग्राम पर दोस्ती और फिल्टर का धोखा...52 साल की रानी ने दिखाया ऐसा रूप, 25 वर्ष के युवक ने ले ली जान

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जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि श्रीबांकेबिहारी मंदिर की हाईपावर्ड कमेटी ने सेवायतों का चयन कर लिया। कई दिनों के विचार विमर्श के बाद राजभोग और शयनभोग के दो-दो गोस्वामियों को रखा गया है। जिनमें राजभोग से श्रीवर्धन गोस्वामी पुत्र जुगल किशोर गोस्वामी और शैलेंद्र गोस्वामी पुत्र ब्रजनाथ गोस्वामी तथा शयनभोग से दिनेश कुमार गोस्वामी पुत्र श्रीबिहारीलाल गोस्वामी और विजय कृष्ण गोस्वामी पुत्र बालकृष्ण गोस्वामी को चुना गया है। चारों को कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
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बता दें कि पिछले दिनों सेवायतों के चयन के लिए कमेटी ने गोस्वामियों से नाम मांगे थे। सेवायतों की ओर से 14 नाम भेजे गए थे। कमेटी द्वारा कलेक्ट्रेट में बुलाई बैठक में 11सेवायत ही पहुंचे थे। सभी सेवायतों ने अपनी-अपनी बात रखी थी। उसके बाद कमेटी ने सेवायतों पर निर्णय लिया था। कमेटी की ओर से जिलाधिकारी सीपी सिंह ने कहा कि कमेटी ने सेवायतों का चयन कर लिया है। अब मंदिर की व्यवस्थाओं पर काम किया जाएगा। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार से परेशानी न हो, सुगमता से दर्शन हों, इस बात को ध्यान में रखते हुए कमेटी के अध्यक्ष पूरी कार्ययोजना तैयार करेंगे।
दिनेश गोस्वामी रहे थे सुर्खियों में
शयनभोग से दिनेश गोस्वामी शुरूआत से सुर्खियों में रहे। पहले उन्होंने कॉरिडोर का विरोध किया, लेकिन बाद में उन्होंने समर्थन किया। उसके बाद उन्हें विरोध करने वाले सेवायतों का विरोध तक झेलना पड़ा। यहां तक कि उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका विरोध किया। वह सोशल मीडिया से लेकर प्रमुख चैनलों की डिबेट में हिस्सा बने। अन्य सेवायतों का कहना है कि प्रशासन का शुरूआत से साथ देने पर उन्हें तोहफा मिला है ।
सुप्रीम कोर्ट ने गठित की थी कमेटी
बांकेबिहारी मंदिर न्यास के विरुद्ध में जब सेवायतों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो कोर्ट ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अशोक कुमार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। इसमें रिटायर्ड जिला जज मुकेश मिश्रा को सदस्य बनाया। इसके अलावा मथुरा के पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ चार सेवायताें को शामिल करने के आदेश जारी कर प्रबंधन के लिए कमेटी बना दी।
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