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Mau News: 200 में से सिर्फ 76 यूनिट रक्त, शिविर लगाकर कमी करें दूर
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जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में शुक्रवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय-जनपद स्तरीय टीबी टास्क फोर्स की बैठक हुई। इसमें ब्लड बैंक में कम ब्लड यूनिट की उपलब्धता पर चिंता जताते हुए इसे बढ़ाने के साथ पोषण पुनर्वास केंद्र में अधिक से अधिक सैम बच्चों को भर्ती कराने के साथ महिला अस्पताल में शिशुओं के लिए वेंटीलेटर सहित अन्य सुविधाओं को लेकर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश जारी किया गया। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए 200 यूनिट ब्लड स्टोरेज क्षमता के सापेक्ष मात्र 76 यूनिट ब्लड वर्तमान में पाया गया। जिस पर उन्होंने लोगों को जागरूक कर रक्तदान हेतु प्रेरित करने तथा ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता बढ़ाने हेतु आवश्यक प्रयास करने को कहा।
जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि योजना के तहत लाभार्थियों को 95.33% भुगतान किया जा चुका है।वहीं मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अगस्त माह में कोई भी मातृ मृत्यु नहीं हुई। जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु हेतु गर्भधारण से लेकर बच्चा पैदा होने के 42 दिनों तक रिपोर्टिंग कर इसे मातृ मृत्यु में शामिल करने के निर्देश दिया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने आशा, एएनएमएवं आंगनबाड़ी (एएए)की महीने में निर्धारित दिनों में अवश्य बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही हेड काउंट सर्वे ठीक ढंग से करने तथा अपडेट ड्यू लिस्ट तैयार करने को कहा जिससे टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त किया जा सके। उन्होंने टीकाकरण कम होने के कारणों का पता करने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, स्वास्थ्य अधीक्षकों को निर्देश दिया। साथ ही समस्या का निस्तारण कर शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने डब्ल्यूएचओ के नामित अधिकारी एसएमओ को आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की बैठक का एजेंडा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिया। वहीं आरबीएसके टीमों द्वारा स्कूलों में बच्चों की जांच की क्रास चेकिंग कराए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए शिशुओ के रेफरल को देखते हुए उन्होंने सीएमएस महिला चिकित्सालय को वेंटिलेटर सहित सारी व्यवस्थाएं अस्पताल में ही सुनिश्चित करने को कहा जिससे रेफरल मामलों को कम किया जा सके।
वहीं गोल्डन कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा के दौरान अभी भी 14.29 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची के माध्यम से ग्राम वार पंचायत सहायकों से सहयोग लेकर समस्त पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाने को कहा।
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जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि योजना के तहत लाभार्थियों को 95.33% भुगतान किया जा चुका है।वहीं मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अगस्त माह में कोई भी मातृ मृत्यु नहीं हुई। जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु हेतु गर्भधारण से लेकर बच्चा पैदा होने के 42 दिनों तक रिपोर्टिंग कर इसे मातृ मृत्यु में शामिल करने के निर्देश दिया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने आशा, एएनएमएवं आंगनबाड़ी (एएए)की महीने में निर्धारित दिनों में अवश्य बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही हेड काउंट सर्वे ठीक ढंग से करने तथा अपडेट ड्यू लिस्ट तैयार करने को कहा जिससे टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त किया जा सके। उन्होंने टीकाकरण कम होने के कारणों का पता करने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, स्वास्थ्य अधीक्षकों को निर्देश दिया। साथ ही समस्या का निस्तारण कर शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने डब्ल्यूएचओ के नामित अधिकारी एसएमओ को आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की बैठक का एजेंडा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिया। वहीं आरबीएसके टीमों द्वारा स्कूलों में बच्चों की जांच की क्रास चेकिंग कराए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए शिशुओ के रेफरल को देखते हुए उन्होंने सीएमएस महिला चिकित्सालय को वेंटिलेटर सहित सारी व्यवस्थाएं अस्पताल में ही सुनिश्चित करने को कहा जिससे रेफरल मामलों को कम किया जा सके।
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वहीं गोल्डन कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा के दौरान अभी भी 14.29 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची के माध्यम से ग्राम वार पंचायत सहायकों से सहयोग लेकर समस्त पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाने को कहा।