मिर्जापुर में सीएम योगी: मुख्यमंत्री ने बताया- यूपी में क्यों नहीं लगाया पूर्ण लॉकडाउन, कोरोना कर्फ्यू के फायदे गिनाए
कोरोना से जंग की तैयारियों का जायजा लेने मिर्जापुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन व जीविका दोनों को बचाने का लक्ष्य है। उन्होंने पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाने के फैसले के बारे में भी बात की।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह मिर्जापुर पहुंचे। विभिन्न स्थलों का दौरा और मंडल में कोविड से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा बैठक के बाद प्रदेश सरकार के प्रयास, तैयारी व भावी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाने के फैसले के बारे में बात की। जीवन के साथ जीविका को भी बचाना है। कहा कि कोविड के चलते बहुत लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत मई-जून में नि:शुल्क अनाज दिया जाएगा। जून-जुलाई में राज्य सरकार हर जरूरतमंद को मुफ्त अनाज देगी।
सीएम ने बताया कि माइग्रेंट लेबर, स्ट्रीट वेंडर, नाऊ, मोची, माली, नाविकों की आजीविका प्रभावित हुई है। इन लोगों को जून में भरण पोषण भत्ता दिया जाएगा। कहा कि इसीलिए पूरा लॉकडाउन
नहीं किया बस कोरोना कर्फ्यू लागू किया है। उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन के कार्य चल रहे हैं, उद्योग धंधे चल रहे हैं। सब्जी मंडी व खेती किसानी का काम चल रहा है।
सीएम ने अपील की कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सामूहिक प्रयास से जीता जा सकता है। हम लोगों को तैयार करें, कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें और कराएं। मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करें। शहर हो या गांव, कोई टेस्ट से न भागे। वैक्सीन हर व्यक्ति को सुरक्षा कवच देगा, इसे जरूर लगवाएं। जिस सेंटर पर उन्हें बुलाया जाए, वहां जाएं। लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक रहने और करने का आह्वान किया।
महामारी को सामूहिक प्रयास से ही कर सकते हैं परास्त :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को सदी की सबसे बड़ी महामारी बताते हुए इस लड़ाई को सामूहिक प्रयास से जीतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है और इसके अपेक्षित परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम ने कोरोना की पहली लहर के समय जो मंत्र दिए थे, उसके अनुरूप जहां जो भी कार्रवाई की गई, उसके बेहतर परिणाम सामने आए।
सीएम ने कहा कि देश का आबादी के हिसाब से सबसे बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश के सामने चुनौती भी उतनी बड़ी थी। पहली लहर में 40 लाख माइग्रेटेड श्रमिक यूपी में आए। उनका व्यवस्थित पुनर्वास, कोविड महामारी से बचाव सहित अन्य कार्य निरंतर चले। पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में संक्रमण की दर 30 से 50 गुना अधिक थी। इस कारण ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आए। आक्सीजन की मांग बढ़ी।
केंद्र सरकार के सहयोग से ऑक्सीजन एक्सप्रेस, एयरफोर्स के माध्यम से हर जनपद में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। कई जनपदों ने अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट का संचालन करके स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति करने में मदद की। लेकिन भविष्य की चिंता को देखते हुए हर जनपद ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे हैं। सीएम ने कहा कि दूसरी लहर में कोरोना वारियर्स, प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, मंत्री प्रभावित हुए। कोरोना से सबका बचाव करते हुए बेहतर प्रयास किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए कहा जाता था कि 25 अप्रैल से 10 मई तक एक लाख पॉजिटिव केस हर दिन आएंगे। उत्तर प्रदेश में एक्टिव केस 30 लाख से ज्यादा हो जाएंगे। प्रदेश में पूरी टीम ने कोविड प्रबंधन का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया। टेस्ट एंड ट्रीट के फार्मूले को बेहतर ढंग से लागू किया। प्रदेश में पहली लहर के दौरान एक्टिव केस 67 हजार तक पहुंचे थे। दूसरी लहर में तीन लाख दस हजार तक ही केस रहे और विशेषज्ञों की आशंका को निर्मूल साबित कर दिया गया।
प्रतिदिन मिलने वाले केस की अधिकतम संख्या 38 हजार तक सीमित रही। इस समय प्रदेश में एक्टिव केस 69 हजार रह गए हैं। आज प्रदेश में तीन हजार नौ सौ केस मिले। पाजिटिव रेट कम हुआ है रिकवरी रेट बढ़ी है। इतने से हमें शांत नहीं रहना है। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियों ने बेहतर काम किया है।
डोर टू डोर सर्वे, समय से उपचार के लिए मेडिसिन पहुंचाने, टेस्ट की क्षमता बढ़ाने का कार्य किया। प्रदेश में जब पहला केस आया था तो जांच के लिए सैंपल पुणे भेजना पड़ा था। आज उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन सवा तीन लाख सैंपल जांच की क्षमता है। 80 हजार से ज्यादा वेंटिलेटर और आइसोलशन बेड उपलब्ध हैं।
तीसरी लहर की आशंका पर चल रही तैयारी
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते प्रत्येक जनपद में पेडियाट्रिक आईसीयू आदि बनाए जा रहे हैं, कई जगह तैयार हो गए हैं। तीसरी लहर के आने से पहले सभी तैयार हो चुके होंगे। टेस्ट की क्षमता बढ़ाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई निर्बाध रूप से चलती रहे, इसके लिए मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को अधिकृत किया गया है।
स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष के रूप में जिलाधिकारी को नामित किया गया। ये लोग कहीं भी मैन पावर की कमी न पड़ने पाए, इसका ध्यान रखेंगे। सीएम ने बताया कि पोस्ट कोविड केयर वार्ड बन रहे हैं। मिर्जापुर में बन गया है। सीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान भर्ती पांच लोगों से बातचीत भी की। सीएम ने बताया कि वे अपने आपको आरामदायक स्थिति में पा रहे हैं। सदी की सबसे बड़ी महामारी है। उन्होंने कहा कि तैयारियों को बेहतर बनाने के लिए दौरे किए जा रहे हैं।
गांव सुरक्षित तो जनपद सुरक्षित: सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि हमारा गांव सुरक्षित है तो जनपद सुरक्षित रहेगा। वह मंगलवार को सिटी विकास खंड के नुआंव स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में कोविड निगरानी समिति के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे।
सीएम मंडलीय अस्पताल में निरीक्षण के बाद सीधे नुआंव गांव पहुंचे। वहां गांव से एएनएम व आशा से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा हम सभी के प्रयास से ही कोरोना हारेगा। निगरानी समिति में शामिल सदस्यों को संबोधित करते मुख्यमंत्री ने कहा वे गांव में भ्रमण कर सर्दी, जुकाम या बुखार से पीड़ित व्यक्तियों पर नजर रखें। उन्होंने प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के लिए कहा।