Pratapgarh : मुफलिसी के बोझ से दबे चार बेटियों और दो बेटों के पिता ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
चार बेटियों और दो बेटों की परवरिश और घर का खर्च चलाने के लिए ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने वाले एक पिता की हिम्मत जवाब दे गई। मुफलिसी के आगे वह जिंदगी की जंग हार गया।

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चार बेटियों और दो बेटों की परवरिश और घर का खर्च चलाने के लिए ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने वाले एक पिता की हिम्मत जवाब दे गई। मुफलिसी के आगे वह जिंदगी की जंग हार गया और कुंडा कोतवाली क्षेत्र में मवई क्रासिंग पर वंदे भारत ट्रेन के सामने कूदकर मंगलवार की शाम को जान दे दी।

मानिकपुर थाना क्षेत्र के पश्चिम का पुरवा निवासी नंदी सरोज (45 वर्षीय) मंगलवार को करीब तीन बजे घर से निकला। इसके बाद शाम साढ़े चार बजे के करीब मवई रेलवे क्रासिंग पर खड़े होकर ट्रेन का इंतजार करता रहा। जैसे ही प्रयागराज से गोरखपुर जा रही वंदे भारत ट्रेन वहां पहुंची तो किनारे खड़ा नंदी सरोज रेलवे लाइन पर आ गया, जिससे चपेट में आकर मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
ट्रेन चालक की सूचना पर स्टेशन अधीक्षक ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। उसके खुदकुशी की खबर पत्नी सुशीला देवी, बेटी अंशु, शिवानी, अर्पिता, शालू, बेटे ईशू व ईशांत को मिली तो रोते बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे। परिजनों ने बताया कि वह ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर परिवार का पेट पालते थे। कुंडा सीओ अमरनाथ गुप्ता ने बताया कि प्रथम दृष्टया नंदी ने खुदकुशी की है। उसके परिवार की माली हालत बहुत खराब है।
नवंबर में तय है बेटी की शादी
मृतक की बड़ी बेटी अंशु की शादी पुरमई सुल्तानपुर में तय है। 24 नवंबर को बरात आनी है। इसे लेकर घर में तैयारियां चल रही हैं, लेकिन शादी में खर्च को लेकर नंदी कई दिनों से परेशान था। ग्रामीणों में इस बात की भी चर्चा होती रही कि मंगलवार को पत्नी से किसी बात को लेकर नंदी सरोज का विवाद हुआ जिसके बाद उसने आत्मघाती कदम उठाया।