चंदौसी। श्री बारहसैनी सेवा सदन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में शनिवार को कथा वाचक मनीष शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला का वर्णन किया। साथ ही उन्होंने अपने प्रवचन में गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि यह पर्व हमें भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की स्मृति दिलाता है। इस दौरान पूरा पंडाल कृष्ण भक्ति में लीन नजर आया।
कथा वाचक ने बताया कि एक बार माता यशोदा देवराज इंद्र की पूजा के लिए अच्छे-अच्छे पकवान बना रहीं थीं। तब भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे इस बारे में पूछा तो माता ने भगवान श्रीकृष्ण से कहा सभी बृजवासी देवराज इंद्र की पूजा करने के लिए पकवान बना रहे हैं। भगवान कृष्ण ने कहा कि हमें तो गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि हमारी गायें वहीं चरती हैं। सभी ब्रजवासी ने इंद्र के स्थान पर गोवर्धन पर्वत की पूजा की। इससे इंद्र देव ने नाराज होकर जल वर्षा से ब्रजमंडल को डुबोना चाहा परंतु बाल कान्हा ने गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिका अंगुली पर धारण कर सबकी रक्षा की थी।
इस अवसर पर डॉ. मुकेश, अरुण कुमार, प्रमोद, आमोद, डॉ. मनोज, पवन, डॉ. योगेश, आकाश, अंकुर, सृजन, मितेश, अनमोल, सार्थक आदि मौजूद रहे।