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चंदौसी के 240 दैनिक रोडवेज यात्रियों को लगा झटका
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चंदौसी। रोडवेज में सफर करने वाले पीतल नगरी डिपो क्षेत्र के करीब 2200 दैनिक यात्रियों को झटका लगा है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने एमएसटी, स्मार्ट यानी ओपन कार्ड पर रोक लगा दी हैं। रोडवेज की बसों में देखभाल कर यात्रा करें। कार्ड 15 मार्च की मध्यरात्रि से मान्य नहीं होंगे, वहीं बनी हुई एमएसटी अपनी आखिरी तारीख तक मान्य होगी। नए स्मार्ट कार्ड, एमएसटी बनाने व नवीनीकरण पर रोक लगा दी है।
पीतल नगरी डिपो के अंतर्गत रोडवेज बस स्टैंड चंदौसी, संभल, बिलारी व पीतलनगरी आते हैं। इनमें करीब 700 एमएसटी व 1500 ओपन कार्ड धारक दैनिक यात्री हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने एमएमटी व स्मार्ट कार्ड नवीनीकरण छह मार्च से बंद कर दिया है। इससे पूर्व स्मार्ट यानी ओपन कार्ड वाले यात्री 15 मार्च की मध्य रात्रि तक ही सेवा का लाभ उठा पाएंगे। यदि यात्रियों के स्मार्ट कार्ड में पैसे अवशेष रह जाते हैं तो उन्हें अपना कार्ड अपने क्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय में जमा करना होगा। लखनऊ से पैसा वापस आने के बाद ही उन यात्रियों को अवशेष धनराशि मिल पाएगी। छह मार्च से पूर्व बनी एमएसटी निर्धारित तारीख तक मान्य होंगी। इसके आगे उनका नवीनीकरण नहीं हो पाएगा। यात्रियों को रोडवेज से सफर करने के लिए नकद धनराशि देनी होगी।
स्मार्ट कार्ड व एमएसटी पर यह मिलता था लाभ
चंदौसी। रोडवेज बसों में 60 किलोमीटर तक की सीमा में एक माह तक यात्रा करने पर साढ़े 12 दिन या 25 एकल ट्रिप का किराया लिया जाता था। अन्य श्रेणी के यात्रियों से 100 किलोमीटर सीमा के अंदर 18 दिन या 36 एकल ट्रिप का किराया एडवांस में वसूलता था। ओपन या स्मार्ट कार्ड से चलने वाले यात्रियों से यात्रा के दौरान किराया ईटीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन से स्वाइप कर परिचालक द्वारा लिया जाता है। ओपन कार्ड को रिचार्ज करते समय यात्रियों को निर्धारित धनराशि से 20 प्रतिशत अतिरिक्त धनराशि मिलती थी।
अन्य श्रेणी के कार्ड भी होंगे नवीनीकृत
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में लोकसभा, राज्यसभा सांसद, विधान सभा एवं विधान परिषद, स्वतंत्रता दिवस सेनानी, मान्यता प्राप्त पत्रकार, दिव्यांगजन, पुरस्कार प्राप्त शिक्षक, लोकतंत्र सेनानी के कार्ड वित्तीय वर्ष में एक बार नवीनीकृत होते रहेंगे।
परिवहन निगम ने स्मार्ट और एमएसटी के नवीनीकरण पर रोक लगा दी है। स्मार्ट 15 मार्च की मध्य रात्रि से मान्य नहीं होंगे, तथा बनी हुई एमएसटी पात्र आखिरी तारीख तक सफर कर सकता है। हालांकि शासन ने मैनुअल एमएसटी शुरू की है, शनिवार से बननी शुरू हो गई है।
शिव बालक सिंह, एआरएम पीतल नगरी डिपो।
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पीतल नगरी डिपो के अंतर्गत रोडवेज बस स्टैंड चंदौसी, संभल, बिलारी व पीतलनगरी आते हैं। इनमें करीब 700 एमएसटी व 1500 ओपन कार्ड धारक दैनिक यात्री हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने एमएमटी व स्मार्ट कार्ड नवीनीकरण छह मार्च से बंद कर दिया है। इससे पूर्व स्मार्ट यानी ओपन कार्ड वाले यात्री 15 मार्च की मध्य रात्रि तक ही सेवा का लाभ उठा पाएंगे। यदि यात्रियों के स्मार्ट कार्ड में पैसे अवशेष रह जाते हैं तो उन्हें अपना कार्ड अपने क्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय में जमा करना होगा। लखनऊ से पैसा वापस आने के बाद ही उन यात्रियों को अवशेष धनराशि मिल पाएगी। छह मार्च से पूर्व बनी एमएसटी निर्धारित तारीख तक मान्य होंगी। इसके आगे उनका नवीनीकरण नहीं हो पाएगा। यात्रियों को रोडवेज से सफर करने के लिए नकद धनराशि देनी होगी।
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स्मार्ट कार्ड व एमएसटी पर यह मिलता था लाभ
चंदौसी। रोडवेज बसों में 60 किलोमीटर तक की सीमा में एक माह तक यात्रा करने पर साढ़े 12 दिन या 25 एकल ट्रिप का किराया लिया जाता था। अन्य श्रेणी के यात्रियों से 100 किलोमीटर सीमा के अंदर 18 दिन या 36 एकल ट्रिप का किराया एडवांस में वसूलता था। ओपन या स्मार्ट कार्ड से चलने वाले यात्रियों से यात्रा के दौरान किराया ईटीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन से स्वाइप कर परिचालक द्वारा लिया जाता है। ओपन कार्ड को रिचार्ज करते समय यात्रियों को निर्धारित धनराशि से 20 प्रतिशत अतिरिक्त धनराशि मिलती थी।
अन्य श्रेणी के कार्ड भी होंगे नवीनीकृत
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में लोकसभा, राज्यसभा सांसद, विधान सभा एवं विधान परिषद, स्वतंत्रता दिवस सेनानी, मान्यता प्राप्त पत्रकार, दिव्यांगजन, पुरस्कार प्राप्त शिक्षक, लोकतंत्र सेनानी के कार्ड वित्तीय वर्ष में एक बार नवीनीकृत होते रहेंगे।
परिवहन निगम ने स्मार्ट और एमएसटी के नवीनीकरण पर रोक लगा दी है। स्मार्ट 15 मार्च की मध्य रात्रि से मान्य नहीं होंगे, तथा बनी हुई एमएसटी पात्र आखिरी तारीख तक सफर कर सकता है। हालांकि शासन ने मैनुअल एमएसटी शुरू की है, शनिवार से बननी शुरू हो गई है।
शिव बालक सिंह, एआरएम पीतल नगरी डिपो।