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Sitapur News: कर्नाटक में डैम में डूबने से चचेरे भाइयों की मौत, शुगर फैक्टरी में काम करने गए थे
अमर उजाला नेटवर्क, सीतापुर
Published by: भूपेन्द्र सिंह
Updated Thu, 18 Sep 2025 10:59 AM IST
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सार
कर्नाटक गए सीतापुर के चचेरे भाइयों की डैम में डूबने से मौत हो गई। ये लोग शुगर फैक्टरी में काम करने गए थे। घटना से घर में चीख पुकार मची है।

बिलखते परिजन, पुष्पेंद्र की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद
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विस्तार
यूपी के सीतापुर निवासी दो चचेरे भाइयों की कर्नाटक के डैम के बैक वाटर में डूबने से मौत हो गई। बुधवार देर शाम तक दोनों के शव बरामद हो सके। बृहस्पतिवार को इनके शव परिजन हवाई मार्ग से लेकर लखनऊ पहुंचेंगे। वहां से सड़क मार्ग से गांव आएंगे। शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मामला हरगांव थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव का है। गांव निवासी पुष्कर (18) और पुष्पेंद्र (20) चचेरे भाई थे। दोनों कर्नाटक के सेवादथी थाना क्षेत्र के मुनावली स्थित रेणुका शुगर फैक्टरी में काम करने गए थे। 16 सितंबर की दोपहर वह अपने साथियों के साथ नजदीकी डैम में नहाने गए थे।
कनार्टक के बेलागवी जिला के सेवादथी थाना के मुनावली में स्थित श्री रेणुका शुगर फैक्टरी में अपने सगे भाइयों संदीप, विमल, चचेरे भाई पुष्पेंद्र और अपने मामा आदर्श के साथ पुष्पेंद्र फैक्ट्री में काम करने के लिए मई 2025 में गए हुए थे। सभी लोग इसी फैक्टरी में काम कर रहे थे। 16 सितंबर को दोपहर को संदीप को बिना बताए पुष्पेंद्र, विमल, पुष्कर और आदर्श के साथ अपने किराए के कमरे के पास से कुछ ही दूरी पर डैम में नहाने गए हुए थे। तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया।
पुष्पेंद्र अपने चार भाई बहनों कल्पना देवी, संदीप कुमार, विमल कुमार से सबसे छोटा जबकि पुष्कर अपने तीन भाइयों अर्पित, हर्षित से सबसे बड़ा भाई था। फैक्टरी के अधिकारियों ने दोनों के शवों को हवाई जहाज से भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। शव लेकर पुष्पेंद्र के दोनों भाई संदीप और विमल आ रहे है। मृतक पुष्पेंद्र और पुष्कर के माता-पिता, नाते रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों शव देर रात लगभग 11 बजे तक सुल्तानपुर गांव में पहुंचेंगे। अंतिम संस्कार कल होगा।

मामला हरगांव थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव का है। गांव निवासी पुष्कर (18) और पुष्पेंद्र (20) चचेरे भाई थे। दोनों कर्नाटक के सेवादथी थाना क्षेत्र के मुनावली स्थित रेणुका शुगर फैक्टरी में काम करने गए थे। 16 सितंबर की दोपहर वह अपने साथियों के साथ नजदीकी डैम में नहाने गए थे।
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तेज बहाव के कारण वह पानी में बह गए
डैम में तेज बहाव से उसका संतुलन अनियंत्रित हो गया, वह पानी में बह गए। साथियों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके। परिजनों के मुताबिक, दोनों चचेरे भाई तेज बहाव के कारण वह पानी में बह गए। थोड़ी दूर जाकर दोनों डूबने लगे। साथियों द्वारा उन्हें बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें नहीं बचा सके।कनार्टक के बेलागवी जिला के सेवादथी थाना के मुनावली में स्थित श्री रेणुका शुगर फैक्टरी में अपने सगे भाइयों संदीप, विमल, चचेरे भाई पुष्पेंद्र और अपने मामा आदर्श के साथ पुष्पेंद्र फैक्ट्री में काम करने के लिए मई 2025 में गए हुए थे। सभी लोग इसी फैक्टरी में काम कर रहे थे। 16 सितंबर को दोपहर को संदीप को बिना बताए पुष्पेंद्र, विमल, पुष्कर और आदर्श के साथ अपने किराए के कमरे के पास से कुछ ही दूरी पर डैम में नहाने गए हुए थे। तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया।
...एक किमी की दूर पुष्पेंद्र का शव मिला
घटना के थोड़ी देर बाद पुष्कर का शव तो थोड़ी दूर पर मिल गया था। लेकिन, पुष्पेंद्र का शव बुधवार शाम को करीब एक किमी की दूरी पर मिल पाया। साथियों द्वारा बताया गया कि जब डैम का पानी अधिकारियों ने बंद कराया, तब जाकर पानी कम हुआ। काफी खोजबीन करने के बाद करीब एक किमी की दूरी पर पुष्पेंद्र का शव मिला। पुलिस ने दोनों का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।पुष्पेंद्र अपने चार भाई बहनों कल्पना देवी, संदीप कुमार, विमल कुमार से सबसे छोटा जबकि पुष्कर अपने तीन भाइयों अर्पित, हर्षित से सबसे बड़ा भाई था। फैक्टरी के अधिकारियों ने दोनों के शवों को हवाई जहाज से भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। शव लेकर पुष्पेंद्र के दोनों भाई संदीप और विमल आ रहे है। मृतक पुष्पेंद्र और पुष्कर के माता-पिता, नाते रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों शव देर रात लगभग 11 बजे तक सुल्तानपुर गांव में पहुंचेंगे। अंतिम संस्कार कल होगा।