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जलभराव से फूटा गुस्सा, प्रदर्शन
ब्यूरो अमर उजाला, उन्नाव
Updated Tue, 24 May 2016 12:39 AM IST
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जलभराव
- फोटो : अमर उजाला ब्यूरो
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लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के किनारे बन रही सर्विस लेन ने आधा सैकड़ा परिवारों को मुसीबत में डाल दिया है। सर्विस लेन बनने से घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। गंदा पानी गांव की गलियों में भरने लगा है। इससे ग्रामीणों को जानलेवा बीमारियों का डर सता रहा है।
विकासखंड औरास के इनायतपुर बर्रा गांव के किनारे से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है। एक्सप्रेस वे किनारे छोटे वाहनों के चलने के लिए सर्विस लेन का भी निर्माण होना है। दो दिन पहले सर्विस लेन का काम शुरू करा दिया गया। मिट्टी पड़ने से अब तक एक्सप्रेस वे के किनारे गड्ढों में भरने वाला पानी गांव की गलियों में भरने लगा है। गांव के मुनेश्वर और महेश ने बताया कि एक्सप्रेस वे बनाने वालों ने जलनिकासी और रास्ते का कोई प्रबंध नहीं किया है। इसके लिए ग्रामवासियों ने 20 अक्टूबर 2015 को एक्सप्रेस वे पर जाम भी लगाया था। तब काम करा रही कार्यदायी संस्था के लोगों ने समस्या का निदान करने का आश्वासन दिया था लेकिन अब वह लोग बिना कोई प्रबंध किये मिट्टी डाल रहे हैं। इस जलभराव से रामपाल, रामसागर, मुन्नीलाल, सोनेलाल, रामरतन, अंगनू, मैकू, रामविलास आदि करीब आधा सैकड़ा परिवार पीड़ित हैं। इन लोगों को गंदे पानी के जमाव से संक्रामक रोग फैलने की चिंता सताने लगी है। ग्रामीणों ने बताया कि जलनिकासी और रास्ता बनाने के लिए उन्होंने जिले के आलाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को कई बार प्रार्थनापत्र दिए हैं लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई। वहीं एक्सप्रेस वे का निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों ने बताया कि सर्विस लेन के कोई ड्रेन पास नहीं है। इसलिए हम जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं कर रहे हैं। उधर इस संबंध में उपजिलाधिकारी हसनगंज प्रशांत भारती ने बताया कि कुछ समय पहले ही चार्ज लिया है। ग्रामीण प्रार्थना पत्र दें वह जल्द समस्या का निराकरण कराएंगे।
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