Health: 1500 न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी-लकवा, पार्किंसन समेत कई बीमारियों का खोजेंगे समाधान; जुटेंगे 2500 प्रतिभागी
Varanasi News: भारतीय न्यूरोलॉजिकल एसोसिएशन आईएनएनसीओएन-2025 के 32वें वार्षिक सम्मेलन की शुरुआत होगी। पद्म अवॉर्डी प्रो. राजेश्वर आचार्य जल तरंग और संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र मृदंगम पर प्रस्तुति देंगे।
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पहली बार बनारस में देश-विदेश के 1500 न्यूरोलॉजिस्ट एआई के बाद पार्किंसन, मिर्गी, लकवा सहित न्यूरोलॉजी में उभरती बीमारियों के नए समाधानों पर मंथन करेंगे। ताज नदेसर पैलेस में 29 अक्तूबर से दो नवंबर तक 2500 से ज्यादा प्रतिभागी आएंगे।
पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत में ये सभी न्यूरोलॉजिस्ट और प्रतिभागी ऑपरेशन सिंदूर के जांबाज जवानों और गोरखा ट्रेनिंग सेंटर के सैनिकों को सामूहिक तौर पर सलामी पेश करेंगे। प्रतीक के तौर पर सैनिकों की स्मृति में 17 फीट ऊंची कैप की आकृति लगाई जा रही है।
तैयारियां तेज
बीएचयू के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में सोमवार को ये जानकारी न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अभिषेक पाठक, आयोजन सचिव प्रो. विजयनाथ मिश्र और कार्यक्रम चेयरमैन प्रो. आरएन चौरसिया ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि सम्मेलन स्थल पर काशी की सांस्कृतिक झलक दिखाने के लिए एक विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
कहा कि यह आयोजन केवल चिकित्सा क्षेत्र के लिए नहीं, बल्कि संस्कृति और विज्ञान के अद्भुत संगम का अवसर है। 30 अक्तूबर को सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन होगा। मुख्य अतिथि गोरखा ट्रेनिंग सेंटर के ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्ता होंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी करेंगे।
6 न्यूरोलॉजिस्ट का होगा सम्मान : पद्मश्री से सम्मानित डॉ. बीएस सिंघल, डॉ. मंजरी त्रिपाठी, डॉ. निर्मल सूर्या, डॉ. सुवर्णा एल. आडी और कनाडा के डॉ. जैक एंटल अपने विचार साझा करेंगे। देश के छह वरिष्ठतम न्यूरोलॉजिस्ट को लाइफटाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड भी दिया जाएगा।