माओवादी कनेक्शन : NIA करेगी BHU के पूर्व छात्र से पूछताछ, आरोपी को कुशीनगर बुलाया गया; पढ़ें ये नोटिस
आरोप ने तीन साल पहले बीएचयू से लिंग्विस्टिक विषय में एमए किया था। छात्र पर आरोप है कि उससे माओवादियों से संबंध है। इससे संबंधित जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

विस्तार
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) बीएचयू से तीन साल पहले लिंग्विस्टिक विषय में एमए करने वाले विनय कुमार शर्मा से रविवार को पूछताछ करेगी। विनय को कुशीनगर के पटहेरवा थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जांच एजेंसी के मुताबिक माओवादियों से संबंध और संपर्क से संबंधित जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

विनय बीएचयू के भगत सिंह छात्र मोर्चा का अध्यक्ष रह चुका है। फिलहाल, बनारस में स्टूडेंट एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहा है। एनआईए के मुताबिक, इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान की मौजूदगी में विनय से पूछताछ की जाएगी।
एनआईए ने दिसंबर 2024 में पहली बार नेशनल रीजनल ब्यूरो (एनआरबी) के 5 राज्यों के 10 स्थानों को संदिग्ध बताया था। इनमें यूपी के आजमगढ़ और बिहार के पटना की 1-1 लोकेशन, पंजाब में पटियाला व श्री मुख्तार साहिब में दो स्थान, हरियाणा में मानेसर और गुरुग्राम में कुल चार स्थान और दिल्ली में दो स्थान शामिल थे। ऐसे ही मामले में विनय से पूछताछ की जानी है।
छात्रों ने कहा- भीमा कोरेगांव जैसा बन रहा केस : बीएचयू में भगत सिंह छात्र मोर्चा से जुड़े छात्रों ने पूछताछ पर सवाल उठाया। कहा कि यह सरकार दमन कर रही है। इसे लखनऊ कॉन्सपिरेसी केस कहा जा सकता है। लखनऊ में रजिस्टर्ड इस फर्जी एफआईआर के माध्यम से बुद्धिजीवियों, एक्टिविस्ट, वकील, स्टूडेंट्स आदि को फंसाने का प्रयास चल रहा है। भीमा कोरेगांव जैसा ही एक केस तैयार किया जा रहा है।
नोटिस जारी कहा - इस केस से परिचित ही होंगे
एनआईए के पुलिस इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के नाम से एक नोटिस जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि एक पुराने केस से आप परिचित ही होंगे। इसकी जांच की जा रही है। इसी मामले में 23 फरवरी को कुछ सवालों के जवाब देने के लिए कुशीनगर के पटहेरवा थाने में उपस्थित होना होगा। उपस्थिति सुबह 10 बजे तक हो जाए। विनय मूल रूप से कुशीनगर का ही रहने वाला है।
विनय बोला- परिजनों को किया जा रहा परेशान
छात्र विनय ने कहा कि उसके घर पर कई बार पुलिस दबिश दे चुकी है। परिजनों को परेशान किया जा रहा। स्पष्ट रूप में इस तरह का नोटिस भेज कर पूछताछ करना सरकार के खिलाफ मुखर आवाज को दबाने की एक साजिश है।
विनय ने कहा कि उसने कई साल एक स्टूडेंट एक्टिविस्ट के तौर पर बीएचयू में काम किया है। वाराणसी में राजनैतिक कार्यकर्ता के रूप में आंदोलन और कार्यक्रमों में शामिल रहता है। विस्थापित, मजदूरों के न्याय और बच्चों की पढ़ाई के लिए काम करता हूं।