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Pithoragarh News: स्वाद बिखेर रहा है स्थानीय माल्टा और संतरा
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Thu, 04 Dec 2025 10:22 PM IST
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पिथौरागढ़ के गांधी चौक में दुकान में रखे स्थानीय माल्टा और संतरा। संवाद
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पिथौरागढ़। स्थानीय माल्टा और संतरा अपना स्वाद बिखेर रहा है। भागीचौरा, सिंगाली, मड़मानले, थल सहित अन्य स्थानों पर माल्टा और संतरा की अच्छी पैदावार हुई है। बाजार में इसकी मांग भी अधिक है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर रोज माल्टा और संतरा का डेढ़ लाख रुपये से अधिक का कारोबार हो रहा है।
जिले के विभिन्न हिस्सों में माल्टा और संतरा की पैदावार अच्छी हुई है। स्थानीय किसान इसे स्थानीय बाजारों के साथ ही जिला मुख्यालय पहुंचा रहे हैं। यहां इन फलों की खासी मांग है। कारोबारियों के मुताबिक संतरा 100 से 150 जबकि माल्टा 20 रुपये किलो बिक रहा है। लोग इन स्थानीय फलों को खूब पसंद कर रहे हैं। ऐसे में इनके कारोबार ने भी रफ्तार पकड़ी है। कारोबारियों के मुताबिक जिले में हर रोज माल्टा और संतरा का डेढ़ लाख रुपये से अधिक का कारोबार हो रहा है। किसानों को स्थानीय स्तर पर बाजार मिलने से उन्हें इसके लिए भटकना नहीं पड़ रहा है।
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बंदरों से फलों को बचाना चुनौती
जिले में हर साल आठ हजार मीट्रिक टन माल्टा और संतरा का उत्पादन होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों से इन फलों को बचाना किसानों के लिए चुनौती बना है। किसानों के मुताबिक सुबह से शाम तक बंदरों से इन फलों को बचाने के लिए पेड़ों की पहरेदारी करनी पड़ रही है।
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बोले कारोबारी
स्थानीय माल्टा और संतरा की मांग अधिक है। जिले के किसान इन फलों को जिला मुख्यालय पहुंचा रहे हैं, इससे इन्हें उचित बाजार मिल रहा है। - अरमान अंसारी, व्यापारी, पिथौरागढ़
माल्टा और संतरा अपना स्वाद बिखेर रहा है। ऐसे में इन फलों की अधिक मांग है। इन फलों की मांग अधिक होने से किसानों को भी इसका लाभ मिल रहा है। - मनोज पुनेड़ा, व्यापारी, पिथौरागढ़
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जिले के विभिन्न हिस्सों में माल्टा और संतरा की पैदावार अच्छी हुई है। स्थानीय किसान इसे स्थानीय बाजारों के साथ ही जिला मुख्यालय पहुंचा रहे हैं। यहां इन फलों की खासी मांग है। कारोबारियों के मुताबिक संतरा 100 से 150 जबकि माल्टा 20 रुपये किलो बिक रहा है। लोग इन स्थानीय फलों को खूब पसंद कर रहे हैं। ऐसे में इनके कारोबार ने भी रफ्तार पकड़ी है। कारोबारियों के मुताबिक जिले में हर रोज माल्टा और संतरा का डेढ़ लाख रुपये से अधिक का कारोबार हो रहा है। किसानों को स्थानीय स्तर पर बाजार मिलने से उन्हें इसके लिए भटकना नहीं पड़ रहा है।
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बंदरों से फलों को बचाना चुनौती
जिले में हर साल आठ हजार मीट्रिक टन माल्टा और संतरा का उत्पादन होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों से इन फलों को बचाना किसानों के लिए चुनौती बना है। किसानों के मुताबिक सुबह से शाम तक बंदरों से इन फलों को बचाने के लिए पेड़ों की पहरेदारी करनी पड़ रही है।
बोले कारोबारी
स्थानीय माल्टा और संतरा की मांग अधिक है। जिले के किसान इन फलों को जिला मुख्यालय पहुंचा रहे हैं, इससे इन्हें उचित बाजार मिल रहा है। - अरमान अंसारी, व्यापारी, पिथौरागढ़
माल्टा और संतरा अपना स्वाद बिखेर रहा है। ऐसे में इन फलों की अधिक मांग है। इन फलों की मांग अधिक होने से किसानों को भी इसका लाभ मिल रहा है। - मनोज पुनेड़ा, व्यापारी, पिथौरागढ़

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