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Pithoragarh News: मेरो ठूलो दरबारैकि रानी बन्या है कि...
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Thu, 27 Nov 2025 11:44 PM IST
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जौलजीबी मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करते कलाकार। स्रोत: आयोजक
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धारचूला (पिथौरागढ़) । जौलजीबी मेले के 13 वें दिन नेपाली लोक गायकों ने अपने मधुर कंठ और लोकप्रिय गीतों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। नेपाली गायकों के गीतों पर दर्शकों ने जमकर ठुमके लगाए।
विधायक हरीश धामी की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में नेपाली कलाकार सुरेश साही ने झूम-झूम नेपाली माया को आसव, नया बिहान सांझ को बतास, आखिर राजा की रानी भए रै छाडि़न नयां दोहोरी से दर्शकों को थिरकने पर विवश कर दिया। सुरेश साही, इब्सल संज्याल की जोड़ी ने चल गोविंदी पाईला मिला देऊड़ा खेलों छम कि छमा छम, पानी बन्या है कि पानी बन्या है कि, रानी बन्या है कि मेरो ठूलो दरबारैकि रानी बन्या है जोड़ी ने एक से बढ़कर एक गीत पेश कर धमाल मचा दिया।
भारत-नेपाल की साझी संस्कृति के मेले में कैलाश कुमार, कमलजीत ढकरियाल ने भी गीत पेश किए। तबले में धीरज रथियाल, हुड़के में पुष्कर दनपुरिया, गिटार में अंकित अलेक्स, राहुल रॉक, अभिषेक राज, बांसुरी में शंकर, की बोर्ड में शैलेंद्र राणा ने बेहतरीन संगत दी। संचालन शंकर दत्त भट्ट, करन सिंह थापा, एआर दताल ने किया। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष धारचूला शशि थापा, नगर पंचायत मुनस्यारी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पांगती, विशिष्ट अतिथि व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह थापा, तहसीलदार दमन शेखर राणा, सौरभ तिवारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष जौलजीबी धीरेंद्र धर्मशक्तू, अशोक चौधरी, प्रधान कविता अवस्थी, शैलेश पाल, दौलत पाल समेत कई दर्शक मौजूद रहे।
विधायक धामी ने की पांच लाख रुपये की घोषणा
सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि विधायक हरीश सिंह धामी ने अतिथियों का बैज लगाकर स्वागत किया। उन्होंने दो दिन मेला आगे बढ़ाने का खर्च स्वयं वहन करने और मेले के संचालन के लिए पांच लाख रुपये का सहयोग करने की घोषणा की।
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विधायक हरीश धामी की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में नेपाली कलाकार सुरेश साही ने झूम-झूम नेपाली माया को आसव, नया बिहान सांझ को बतास, आखिर राजा की रानी भए रै छाडि़न नयां दोहोरी से दर्शकों को थिरकने पर विवश कर दिया। सुरेश साही, इब्सल संज्याल की जोड़ी ने चल गोविंदी पाईला मिला देऊड़ा खेलों छम कि छमा छम, पानी बन्या है कि पानी बन्या है कि, रानी बन्या है कि मेरो ठूलो दरबारैकि रानी बन्या है जोड़ी ने एक से बढ़कर एक गीत पेश कर धमाल मचा दिया।
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भारत-नेपाल की साझी संस्कृति के मेले में कैलाश कुमार, कमलजीत ढकरियाल ने भी गीत पेश किए। तबले में धीरज रथियाल, हुड़के में पुष्कर दनपुरिया, गिटार में अंकित अलेक्स, राहुल रॉक, अभिषेक राज, बांसुरी में शंकर, की बोर्ड में शैलेंद्र राणा ने बेहतरीन संगत दी। संचालन शंकर दत्त भट्ट, करन सिंह थापा, एआर दताल ने किया। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष धारचूला शशि थापा, नगर पंचायत मुनस्यारी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पांगती, विशिष्ट अतिथि व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह थापा, तहसीलदार दमन शेखर राणा, सौरभ तिवारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष जौलजीबी धीरेंद्र धर्मशक्तू, अशोक चौधरी, प्रधान कविता अवस्थी, शैलेश पाल, दौलत पाल समेत कई दर्शक मौजूद रहे।
विधायक धामी ने की पांच लाख रुपये की घोषणा
सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि विधायक हरीश सिंह धामी ने अतिथियों का बैज लगाकर स्वागत किया। उन्होंने दो दिन मेला आगे बढ़ाने का खर्च स्वयं वहन करने और मेले के संचालन के लिए पांच लाख रुपये का सहयोग करने की घोषणा की।