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Panchkula Saras Mela: A confluence of colour, taste and culture, rural entrepreneurs getting encouragement
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Panchkula Saras Mela: रंग, स्वाद और संस्कृति का संगम, ग्रामीण उद्यमियों को मिल रहा प्रोत्साहन
Video Desk Amar Ujala Dot Com Published by: चंद्रप्रकाश नीरज Updated Wed, 12 Nov 2025 05:36 PM IST
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पंचकूला में चल रहे सरस मेले के कारण भारी भीड़ उमड़ी। मेला इस बार रंगों, स्वाद और भारतीय संस्कृति का अद्भुत संगम बन गया। चंडीगढ़, मोहाली और हिमाचल से बड़ी संख्या में लोग मेले का आनंद लेने पहुंचे। खचाखच भरे ग्राउंड में हर तरफ उल्लास और उमंग का माहौल देखने को मिला। मेले का सबसे बड़ा आकर्षण भव्य फूड कोर्ट रहा जहां उत्तर और पश्चिम भारत के पारंपरिक व्यंजनों की खुशबू वातावरण में फैली हुई थी। पंजाब के मक्के की रोटी और सरसों का साग, हरियाणा की बाजरे की खिचड़ी और मठरी, राजस्थान का दाल-बाटी-चूरमा और गट्टे की सब्जी, महाराष्ट्र की पाव भाजी और मिसल पाव, हिमाचल के सिड्डू और चना मदरा जैसे व्यंजन लोगों का ध्यान खींच रहे थे। हर स्टॉल अपने राज्य की संस्कृति, परंपरा और स्वाद की अनोखी झलक पेश कर रहा था।
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