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धमतरी में कलेक्टर ने जिले के कई गांवों का किया निरीक्षण, किसानों से किया संवाद
धमतरी ब्यूरो
Updated Fri, 12 Dec 2025 05:52 PM IST
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धमतरी जिले के कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज जिले के खपरी, संबलपुर, पुरी, डांडेसरा, कन्हारपुरी, भुसरेंगा, बगौद, कुर्रा, कोसमर्रा, देवरी और सिहाद सहित कई गांवों का निरीक्षण दौरा किया। दौरे के दौरान उन्होंने किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी और विभिन्न फसलों की वास्तविक स्थिति का मुआयना किया। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को लाभान्वित करना, उनकी आय बढ़ाना और कृषि को लाभकारी बनाना सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान के साथ-साथ व्यावसायिक फसलों, दलहन, तिलहन तथा मिलेट की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने बताया कि खपरी और संबलपुर के किसानों ने इस क्षेत्र में लगभग 1000 एकड़ में चना की खेती कर रहे है। कृषि विभाग ने किसानों को चना बीज उपलब्ध कराया है, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में चना की खेती में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भुसरेंगा-बगौद के किसान भी सरसों, अरहर और उड़द की खेती कर रहे हैं। कलेक्टर ने खेतों का निरीक्षण कर फसलों की स्थिति देखी और किसानों से उत्पादन, पानी, खाद एवं सुरक्षा से संबंधित समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि लघु-सूक्ष्म उद्योग (एमएसएमआई) के लिए भी प्रकरण बनाएं। उन्होंने किसानों से कहा कि एमएसएमआई के लिए 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। किसानों ने बताया कि हाईवे के समीप होने के कारण कृषि यंत्र एवं सामग्री की चोरी होती है और गांव के पशु खेतों में घुस जाते हैं, जिससे नुकसान होता है। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस एवं संबंधित विभाग से समन्वय कर ठोस कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि मिलेट न केवल पौष्टिक भोजन है, बल्कि पशु चारे के लिए भी उपयोगी है, इसलिए मिलेट उत्पादन बढ़ाने के प्रयास तेज किए जाएं। सिंचित क्षेत्रों में किसानों को गेहूं की खेती के लिए प्रेरित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मूल्य-वर्धित उत्पादों (वैल्यू एडिशन) की यूनिटें स्थापित करने तथा लघु औद्योगिक इकाइयों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले में जैविक खेती, मिलेट मिशन, सामुदायिक बाड़ी, और जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रमों को गति दी जाए।कलेक्टर ने कहा कि धमतरी जिला औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के लिए अनुकूल है, इसलिए इस क्षेत्र में भी संभावनाओं को विस्तार दिया जाए। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से बीज वितरण, उर्वरकों की उपलब्धता और भंडारण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को उन्नत किस्म के गुणवत्तापूर्ण बीज, समय पर खाद-उर्वरक, मिट्टी परीक्षण (Soil Health Card), तथा नियमित प्रशिक्षण उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने कहा कि किसानों की प्रगति ही जिले की प्रगति है, इसलिए सभी विभाग मिलकर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। इस अवसर पर कृषि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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