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हिसार: रामलीला का आयोजन, काफी संख्या में पहुंचे लोग
पुराना गवर्नमेंट कॉलेज मैदान श्री रामलीला कमेटी कटला की ओर से चल रही रामलीला में रविवार को लक्ष्मण द्वारा सूर्पणखा की नाक काटना, सीता हरण और संपूर्ण मां शबरी चरित्र का मंचन दिखाया गया। मुख्यातिथि के रूप में डॉ. अजय गुप्ता ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्योगपति पवन रावलवासिया, डॉ. ललित एवं राजीव राजवंशी पहुंचे। लीला में दिखाया गया कि राजा दशरथ के स्वर्गवास हो जाने के बाद भरत का अयोध्या में आगमन होता है वे अपनी माता कैकेई के महल जाते हैं। पूछते है कि महलों में सन्नाटा क्यों है। इस पर माता कैकेई कहती है कि तुम्हारे पिता का स्वर्गवास हो गया है। भरत ने कारण पूछा तो कैकेयी ने कहा कि मैंने उनसे दो वर मांगे थे जो उन्होंने मुझे समय आने पर देने का वचन दिया हुआ था। उसी वियोग में उनका स्वर्गवास हो गया। इस पर भरत ने पूछा कि आपने वर में क्या मांगा? तो कहा कि मैंने वर में तुम्हारे लिए राजपाठ व राम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांगा था। इतना सुनते ही भरत ने अत्यंत क्रोधित होकर मां कैकेई से कहा कि पापिनी तूने पूरे वंश का नाश कर दिया। उसी क्षण वे माता कौशल्या के कक्ष में जाकर प्रणाम करते हुए उन्हें बताते हैं कि इस प्रकरण में उनका कोई हाथ नहीं है। अगर तनिक भी उनका हाथ हो तो उन्हें गो हत्या व गुरु हत्या का पाप लगे। माता कौशल्या उन्हें समझाती हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है क्रोधित मत हो। वहीं, भरत गुरु वशिष्ठ से मिलकर अपनी इच्छा बताते हैं कि वे चित्रकुट जाकर श्रीराम को वापिस लाने का प्रयास करते हैं और बाकी समय वे वनवास काटेंगे। भरत चित्रकुट पहुंचे और श्राम के दर्शन कर उन्हें वापिस चलने के लिए मनाते हैं। मगर श्रीराम नहीं मानते। लीला में दिखाया गया कि पंचवटी में रहते हुए शूर्पणखा वहां आती है और राम व लक्ष्मण के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखती हैं और माता सीता को भी परेशान करती हैं। तब लक्ष्मण क्रोध में आकर उसकी नाक काट देते हैं। श्री रामलीला कमेटी कटला के प्रशासक एनके गोयल ने बताया कि सोमवार को सुग्रीव मित्रता, बाली वध, लंका दहन पर मंचन होगा। इस मौके पर वीरभान बंसल, सज्जन गुप्ता, सुरेंद्र लाहौरिया, विनोद गुप्ता, ऋषि राज बुडाकिया, विनोद कंसल आदि मौजूद रहे।
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