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VIDEO : Paris Paralympics gold medalist Dharambir Nain said; I was expecting Khel Ratna award
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VIDEO : पेरिस पैरिलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता धर्मबीर नैन बोले; उम्मीद खेल रत्न पुरस्कार की थी, नौकरी मिलती तो ज्यादा खुशी होती
सोनीपत के गांव भदाना फिलहाल विशाल नगर निवासी पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता धर्मबीर को अर्जुन अवार्ड के लिए नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि अर्जुन पुरस्कार मिलने से काफी खुश हूं, लेकिन उम्मीद खेल रत्न पुरस्कार की थी। उन्होंने कहा कि अगर नौकरी मिलती तो खुशी दोगुनी होती।
पेरिस पैरिलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता धर्मबीर नैन ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिए देश का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतना बेहद गर्व की बात होती है। साथ ही सरकार की तरफ से खिलाड़ी को सम्मान मिले उससे उनका मनोबल बढ़ता है। अर्जुन पुरस्कार मिलने पर बेहद खुशी है। उन्होंने कहा कि साल 2018 के एशियन खेलो में कई खिलाड़ियों को प्रथम श्रेणी की नौकरी दी गई थी। उन्होंने भी रजत पदक जीता था। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही कहे या कोई और कारण हो। किसी के पास कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली बार ओलंपिक और पैरालंपिक के पदक विजेताओं को सीधा खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था।
उन्होंने कहा कि एक पैरालंपिक को खेल रत्न पुरस्कार और बाकी को अर्जुन अवार्ड दिया गया। इस भेदभाव से थोड़ा दुख होता है। उन्होंने बताया कि। हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और उन्हें जीत मिली थी। लेकिन, इसके बावजूद उन्हें अभी तक नौकरी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि नौकरी को लेकर कई दिन पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह से भी मुलाकात की थी। उन्होंने हमारी बात को सकारात्मक लेते हुए जल्द समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि साल 2012 में उन्हें रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी। जिसके कुछ दिनों बाद वे निराश रहे, लेकिन गुरु अमित सरोहा संपर्क में आए और उन्होने अभ्यास करना शुरू किया। जिसके बाद आज इस मुकाम तक पहुंचे।
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