चर्चा में बने आईपीस पूरण कुमार मामलें ने नया मोड़ लिया है अब उनके गनर रहे सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल रोहतक साइबर सेल के एएसआई संदीप लाठर ने मंगलवार दोपहर सर्विस पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। जिसके बाद मामला और उलझ गया मौके से चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। जो इस केस को और पेंचीदा बना दिया है। इस नोट और इससे पहले बनाए गए वीडियो संदेश में संदीप ने एडीजीपी पूरण कुमार को भ्रष्ट अधिकारी बताया। कहा, भ्रष्टाचार केस में गिरफ्तारी के डर से ही पूरण कुमार ने खुदकुशी की थी। खबरों की मानें तो जींद के जुलाना निवासी संदीप लाठर रोहतक के सुखपुरा चौक स्थित पुलिस क्वार्टर में मां इंद्रावती, पत्नी संतोष और तीन बच्चों (प्रतिभा, रूपक व विहान) के साथ रहते थे। पांच बहनों में वे इकलौते भाई थे। संदीप मंगलवार पूर्वाह्न सादे कपड़ों में रोहतक जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर गांव लाढ़ौत में अपने मामा व पूर्व सरपंच बलवान के खेत में पहुंचे थे। यहीं पहली मंजिल पर बने कमरे (कोठड़े) में दोपहर करीब एक बजे सर्विस पिस्टल से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
एएसआई के सुसाइड करने की खबर पाते ही एसपी सुरेंद्र कुमार भौरिया समेत तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम भी बुलाई गई। करीब तीन घंटे तक टीम ने जांच की। एसपी ने बताया कि मौके से चार पेज का एक पत्र मिला है। हालांकि, इसके आगे उन्होंने जांच का विषय बता दिया।पुलिस को मिले सुसाइड नोट में जातिवाद और भ्रष्टाचार की लड़ाई में संदीप कुमार ने खुद की शहादत को पहेली बताया है। कहा, एडीजीपी वाई पूरण कुमार जब से आईजी रोहतक बनाए गए थे, तभी से जातिवाद और भ्रष्टाचार कर रहे थे। नोट में तमाम आईएएस को भ्रष्ट बताते हुए रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारणिया को ईमानदार अफसर कहा गया है।संदीप के चाचा शीशपाल और भाई जसबीर लाठर कहा कि सुसाइड नोट में जो लिखा है, उसके हिसाब से एफआईआर दर्ज हो। कार्रवाई हो। निष्पक्ष न्याय की हम मांग करते हैं।