हिमाचल प्रदेश में बारिश ने फिर कहर बरपाया है। बीती रात हुई भारी बारिश से राजधानी शिमला, मंडी व अन्य भागों में तबाही के मंजर सामने आए हैं। राजधानी शिमला में 141.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो बहुत ज्यादा है। जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में सैकड़ों सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। मंडी जिले में चार लोगों की मौत हो गई है। छह से आठ लोगों के लापता होने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को बारिश का दौर तो थम गया, लेकिन दुश्वारियां अभी भी जारी हैं। राज्य में बुधवार सुबह 10:00 बजे तक दो नेशनल हाईवे सहित 574 सड़कें बंद रहीं। इस मानसून सीजन में अब तक 4 हजार 582 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में 20 जून से 16 सितंबर तक 417 लोगों की जान चली गई है, जबकि 477 लोग घायल हुए हैं। 45 लोग अभी भी लापता हैं। 181 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। राज्य में 584 पक्के, 918 कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।
शिमला में 141.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जोकि बहुत ज्यादा है। जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में सैकड़ों सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। मंडी जिले के धर्मपुर, शिवाबदार और निहरी के हाड़ाबोई में चार लोगों की मौत हो गई है। छह से आठ लोगों के लापता होने की आशंका है। बस स्टैंड में खड़ी एचआरटीसी की बसें पानी में डूब गईं और कुछ बसें तेज बहाव के साथ बह गईं। खड्ड के किनारे जिन लोगों के घर थे वो भी पानी में डूब गए और यहां खड़े कई निजी वाहन भी बह गए।
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कुछ स्थानों पर 23 सितंबर तक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। हालांकि, 19 सिंतबर से बारिश में काफी कमी आने के आसार हैं। बीती रात घाघस में 60.0, बिलासपुर 40.8, कसौली 39.0, सराहन 33.5, श्री नयना देवी 26.8, अघार 24.8, पंडोह 18.0, मंडी 17.8, मुरारी देवी 16.0, कोठी 9.2, नादौन 7.8, धर्मशाला 7.5 व कांगड़ा में 6.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।