ट्रंप इस समय एशिया दौरे पर रवाना हो चुके इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने अहम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अमेरिका की नीति को लेकर बयान दिए हैं। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी ट्रंप के बयानों में साढ़े तीन साल से अधिक समय से जारी रूस और यूक्रेन युद्ध समाप्त होने की आशा, कोरिया में होने वाली चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात और पश्चिम एशिया के गाजा में इस्राइल और हमास के बीच दो साल से अधिक समय तक चले रक्तपात के बाद अब संघर्षविराम और भावी शांति की संभावनाओं पर उन्होंने बातचीत की है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तभी मिलेंगे जब किसी समझौते की संभावना होगी। उन्होंने कहा कि पुतिन से उनके हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात निराशाजनक हैं। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच समझौता कराया था, जो बहुत कठिन था। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि रूस-यूक्रेन विवाद आसानी से सुलझ जाएगा, लेकिन ज़ेलेंस्की और पुतिन के बीच गहरी नफरत के कारण ऐसा नहीं हो सका।
एशिया दौरे के अंतिम चरण में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात को लेकर ट्रंप ने कहा, शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान रूस के तेल की खरीद पर भी चर्चा होगी। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन ने रूसी तेल की खरीद में काफी कटौती की है और भारत ने इसे पूरी तरह रोक दिया है। अमेरिका ने भी रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रंप ने कहा कि वे अपने किसानों के हितों की रक्षा चाहते हैं। साथ ही, वे फेंटानिल की समस्या पर भी चर्चा करेंगे, जो चीन से आता है और अमेरिका में कई लोगों की जान ले रहा है। बता दे की पश्चिम एशिया में इस्राइल और हमास के बीच दो साल से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष के बाद गाजा पट्टी पर संघर्षविराम को लेकर ट्रंप ने कहा, 'यह कायम रहेगा।'