Hindi News
›
Video
›
India News
›
Why did Speaker Om Birla reprimand Akhilesh Yadav amid the uproar in the Parliament session?
{"_id":"687e1d50340e739998092661","slug":"why-did-speaker-om-birla-reprimand-akhilesh-yadav-amid-the-uproar-in-the-parliament-session-2025-07-21","type":"video","status":"publish","title_hn":"संसद सत्र में हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने क्यों लगाई अखिलेश यादव को फटकार?","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
संसद सत्र में हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने क्यों लगाई अखिलेश यादव को फटकार?
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: आदर्श Updated Mon, 21 Jul 2025 04:28 PM IST
संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार को भारी हंगामे के साथ हुई। जैसे ही सुबह 11 बजे राष्ट्रगान के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। शोर-शराबे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों से सहयोग की अपील की और कहा कि “सदन चलाना सभी की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि देश में जो घटनाएं हुई हैं, उस पर चर्चा की जा सकती है लेकिन उसके लिए नियमों के तहत प्रश्नकाल में नोटिस दें। इस दौरान विशेष रूप से समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर स्पीकर ने नाराजगी जताई।
ओम बिरला ने साफ शब्दों में कहा, “अखिलेश जी, सभी सदस्यों से कहिए कि तख्तियां लेकर न आएं। प्रश्नकाल के बाद हर विषय पर चर्चा का मौका मिलेगा।” इसके बावजूद विपक्षी सांसद लगातार शोर मचाते रहे।
हंगामे के बीच स्पीकर की कई बार की अपील भी असर नहीं दिखा पाई। कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही और आखिरकार 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोकसभा में मौजूद थे। सत्र की शुरुआत से पहले सभी की उम्मीद थी कि सरकार और विपक्ष मिलकर अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे, लेकिन पहले ही दिन का यह दृश्य सत्र की चुनौतीपूर्ण राह को दिखा गया।
संसद के मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि यह मानसून सत्र देश के लिए बेहद गौरवपूर्ण है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के कदम रखने और ऑपरेशन सिंदूर में उसके पराक्रम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इस दशक में शांति और प्रगति देखी गई, लाल गलियारा अब हरित विकास क्षेत्र में बदल रहा है। 2014 से पहले मुद्रास्फीति दर दहाई अंक में हुआ करती थी, अब यह लगभग दो प्रतिशत है। मुद्रास्फीति कम है और विकास दर ऊंची है। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों और उनकी पार्टियों के विदेश दौरे की सराहना की और कहा कि उन्होंने सकारात्मक माहौल बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों के पराक्रम का बखान करते हुए सांसदों और विभिन्न राजनीतिक दलों से एकता का संदेश देने की अपील की।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।