बागेश्वर महाराज की तीन दिवसीय श्री हनुमंत कथा का शनिवार से हरियाणा कपड़ा नगर पानीपत में आयोजन शुरू हुआ। कथा के प्रथम दिवस में कथा आयोजन समिति नगरवासी और शिक्षा मंत्री हरियाणा महिपाल टंडा पहुंचे। तनी दिवस कथा सुंदरकांड की एक चौपाई पर की जा रही हैं। बागेश्वर महाराज ने आज कथा के प्रारंभ के होने के पूर्व अपनी दूसरी पैदल यात्रा की घोषणा की। पहली सनातन हिंदू एकता पद (पैदल) यात्रा 160 km. 2024 नवंबर माह में निकली गई थी, जिसमें लाखों की संख्या में भारत भर के हिंदू सनातनी और विदेशों में निवास रात हिन्दू भी,व्यास पीठ, राजपीठ, फिल्म जगत, उद्योग जगत, समाज सेवी सभी वर्ग समाज के व्यक्ति शामिल हुए थे। लगभग एक वर्ष बाद 2025 में दूसरी पद यात्रा की आज बागेश्वर महाराज ने मंच से घोषणा की है। 7 नवंबर से यह 131 किलोमीटर लंबी दस दिवसीय यात्रा निकली जाएगी। यह यात्रा दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के 400 ग्रामों, नगरों की पांच करोड़ की आबादी वाले क्षेत्र से गुजरेगी।
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दस दिन की हिंदुराष्ट्र बनाने के लिए पैदल यात्रा निकली जाएगी
आंदोलन अस्थिर है, आंदोलन स्थित हैं बागेश्वर महाराज की पद यात्रा का उद्देश भारत हिंदू राष्ट्र हो और बड़े लोग तो vip प्रोटोकॉल लगाकर, पुलिस के साथ आकर के, लेकिन दीन-हीन बेचारे गरीब मिल नहीं पाते किराया न होने के कारण बागेश्वर धाम पहुंच नहीं पाते अब हमसे मिल नहीं, हमारे पास जा नहीं पाते, हम पैदल चलकर के उनके घर जाएंगे और उन्हें गले लगाएंगे। किसी समुदाय का नाम लिए निशाना साधते हुए बागेश्वर महाराज ने कहा कि 'हालिउल्लाह वाले सुन्लो कण खोल के हम बो हिन्दू हैं गोली खा लेते हैं, कलमा नहीं पढ़ते। सिर कटा लेते हैं, लेकिन बतन को मिटने नहीं देते' तुम 10 रुपये के पीछे दुकान का नाम बदलकर चलाते हो। हम सुधरने वाले नहीं है। जैसे है वैसे ही रहेंगे, तब तक नहीं बैठेंगे जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा।