दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत मौहड़ के 27 आदिवासी मजदूरों को कर्नाटक में बंधक बना लिया गया है। भागने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। रविवार को इन मजदूरों ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर वायरल किया। इसके बाद जिला प्रशासन ने उनकी वापसी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। यह लोग मजदूरी करने के कुछ परिवारों के साथ दलालों के माध्यम से कर्नाटक राज्य में गए थे। जिन्हें वहां के बीजापुर जिले में भेज दिया था। उनके साथ संबंधित मजदूरी कराने वाले ठेकेदार के द्वारा बंधक बनाकर सभी से ज्यादती की जा रही थी। साथ ही मारपीट की जा रही थी एवं उन्हें अपने घर नहीं आने दिया जा रहा।
वीडियो में बताई आपबीती
वायरल वीडियो में मजदूरों के कह रहे हैं कि हम लोग कर्नाटक में फंसे हुए हैं। हमारे साथ मारपीट हो रही है और घर नहीं आने दिया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन एक्शन में आया और सभी मजदूरी की वापसी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी।
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प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा कि ग्राम मोहड़ तहसील तेंदूखेड़ा के कुछ नागरिक कर्नाटक राज्य के बीजापुर जिले के ग्राम डाबरी में फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन को जैसे ही इस संबंध में सूचना प्राप्त हुई त्वरित रूप से संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। कलेक्टर कोचर ने बताया इन नागरिकों से संपर्क स्थापित हो चुका है और उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं प्रारंभ कर दी गई हैं। एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी द्वारा भी इन नागरिकों से संपर्क कर उनकी स्थिति की जानकारी ली जा चुकी है।
क्यो बोले रोजगार सहायक
ग्राम पंचायत मोहड़ के रोजगार सहायक राघवेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि हमारी पंचायत के आदिवासी समाज के लोग हैं, जो मजदूरी करने के लिए दलाल के माध्यम से कर्नाटक गए थे। वहां जाकर फंस गए हैं। ये लोग किसी के कहने पर पहली बार दूसरे राज्य या शहरो में मजदूरी करने गए हैं। उनको किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं थी, लेकिन प्रशासन की पहल के कारण मुझे पता चला है कि सभी मजदूरों की वापसी हो रही है। इसके अलावा उन लोगों से मेरी बात भी हुई है।