दमोह के हटा विधानसभा से भाजपा विधायक उमा देवी खटीक के विधायक प्रतिनिधि भरत पटेल पर अवैध खनन और मवेशी की हत्या जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। पटेरा ब्लॉक के जमुनिया हार क्षेत्र में मुरम के अवैध उत्खनन और एक बछड़े को वाहन से कुचलकर मारने की घटना के विरोध में शुक्रवार को भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता दमोह एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एडिशनल एसपी सुजीत सिंह भदौरिया को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कानूनी कार्रवाई और भरत पटेल को विधायक प्रतिनिधि पद से हटाने की मांग की।
जेसीबी से चल रहा था मुरम उत्खनन
संगठन के पदाधिकारी विजय पटेल ने बताया कि गुरुवार रात उन्हें सूचना मिली कि विधायक प्रतिनिधि भरत पटेल जमुनिया हार क्षेत्र में जेसीबी मशीन और डंपर की मदद से मुरम की खुदाई करवा रहे हैं। जब संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, तो वहां मुरम की खुदाई और डंपरों से परिवहन किया जा रहा था। इस अवैध गतिविधि की सूचना स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दी गई, लेकिन कोई अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा।
यह भी पढ़ें- Mahakal Temple: रुद्राक्ष शुक्ला के गर्भगृह में घुसने की हरकत पर फूट रहा लोगों का गुस्सा, जांच पर भी उठे सवाल
कलेक्टर को दी गई जानकारी के बाद पहुंचे तहसीलदार
करीब दो घंटे इंतजार के बाद जब प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तब कलेक्टर को जानकारी दी गई। इसके बाद पटेरा तहसीलदार उमेश तिवारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी सहित अन्य वाहनों को जब्त किया। इसी दौरान भरत पटेल पर आरोप लगे कि उन्होंने संगठन के एक सदस्य पर कार चढ़ाने का प्रयास किया और रिवर्स करते समय एक बछड़े को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पत्रकारों पर भी रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की गई
संगठन का आरोप है कि भरत पटेल ने मौके पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार और संगठन के कुछ सदस्यों पर उल्टा लूट का मामला दर्ज कराने की कोशिश की। इस घटनाक्रम को लेकर संगठन ने विधायक प्रतिनिधि पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आगे कहा कि भरत पटेल को क्षेत्र में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वह खुलेआम अवैध कार्यों में लिप्त हैं।
विधायक का बचाव, धर्मकार्य के नाम पर दी गई सफाई
इस मामले में जब हटा विधायक उमा देवी खटीक से प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन का आरोप बेबुनियाद है। रुसल्ली मार्ग स्थित श्रीराम गौशाला परिसर में आरएसएस का एक प्रांतीय कार्यक्रम होना है, जिसके लिए मैदान को समतल करने के उद्देश्य से मुरम डलवाई जा रही थी। उन्होंने दावा किया कि यह एक धार्मिक कार्य था और उसी के लिए भरत पटेल को निर्देश दिए गए थे।
यह भी पढ़ें- Khandwa: कांवड़ लेकर SP की स्पेशल 7 ने फिल्मी अंदाज में पकड़ा जुए का अड्डा, सांसद प्रतिनिधि सहित 15 गिरफ्तार
बछड़े की मौत पर जताया दुख
विधायक ने माना कि भरत पटेल के वाहन से बछड़े की मृत्यु हुई है और यह पूरी तरह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद भरत पटेल काफी व्यथित हो गए थे और उसी रात धार्मिक प्रायश्चित के लिए प्रयागराज रवाना हो गए थे। वे वहां पूजा-पाठ करने के बाद अब वापस लौट रहे हैं।
प्रशासन जांच में जुटा, कार्रवाई के संकेत
एडिशनल एसपी सुजीत सिंह भदौरिया ने बताया कि उन्हें ज्ञापन प्राप्त हुआ है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस प्रशासन पूरे घटनाक्रम की पुष्टि और तथ्यों को जुटाने में लगा हुआ है।