दमोह जिला न्यायालय में मंगलवार की दोपहर पेशी पर आए अपने पति से मिलने पहुंची एक गर्भवती महिला ने शिशु को जन्म दे दिया। जैसे ही बच्चे की किलकारी गूंजी तो महिला वकील पहुंचीं और प्रसूता की मदद करते हुए तत्काल ही एंबुलेंस के माध्यम से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका इलाज चल रहा है। जच्चा, बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इस घटना के बाद वकील खुश हैं कि बच्चे ने कोर्ट रूम में जन्म लिया।
दमोह शहर के सिविल वार्ड तीन निवासी 30 वर्षीय सपना वंशकार का पति कैलाश वंशकार पिछले 3 महीने से चोरी के मामले में जेल में बंद है। मंगलवार को उसकी पेशी थी और महिला गर्भावस्था में ही उससे मिलने कोर्ट पहुंची थी। वह पति से मिलने का इंतजार कर रही थी तभी अधिक प्रसव पीड़ा होने पर उसने न्यायालय परिसर में ही नवजात शिशु को जन्म दे दिया। सपना वंशकार की जेठानी और नवजात की बड़ी मां रजनी वंशकार ने बताया कि उसकी देवरानी का यह चौथा बच्चा है। इसमें दो बेटे और दो बेटियां हैं। आज कोर्ट में जन्मे बच्चे को वह बड़ा होकर वकील बनाएगी।
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पहली बार कोर्ट में जन्मा शिशु
प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि न्यायालय में पहली बार कोई ऐसी घटना हुई है कि किसी गर्भवती महिला ने शिशु को जन्म दिया है। जैसे ही उन्होंने यह घटना देखी तो तत्काल महिला वकीलों से एक सुरक्षा घेरा बनवाया। इसके बाद महिला को सुरक्षित तरीके से एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल भेजा गया। यह न्याय का मंदिर है और आज यहां पहली बार किसी बच्चे की किलकारी गूंजी है।