दमोह जिले के हटा ब्लाक के रनेह में शासकीय आरोग्यम केंद्र में सोमवार रात एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के लिए अस्पताल के गार्ड ने गेट नहीं खोला और घर लौटा दिया। वापस आते समय सड़क पर महिला का प्रसव हो गया। परिजनों ने कलेक्टर को मामले की जानकारी दी। उसके बाद महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया और लापरवाह कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार ग्राम रनेह निवासी रामप्यारी रैकवार पति खेमचंद्र रैकवार 27 को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सोमवार देर रात रनेह आरोग्यम केंद्र लेकर पहुंचे थे। परिजनों का आरोप है कि केंद्र पर तैनात गार्ड ने गेट खोलने से इनकार कर दिया और यह कहकर वापस भेज दिया कि सुबह आना, अभी मैडम ड्यूटी पर नहीं हैं। मजबूरन परिजन गर्भवती महिला को वापस घर ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही महिला की डिलीवरी हो गई। परिजनों ने राहुल असाटी नाम के कर्मचारी पर गेट न खोलने का आरोप लगाया है। वहीं कर्मचारी का एक वीडियो भी परिजनों से बातचीत का वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहा है नर्स अस्पताल में नहीं है। परिजनों से 108 वाहन बुलाने के लिए कहा गया है।
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कलेक्टर सुधीर कोचर को इस मामले की जानकारी लगने पर उन्होंने जच्चा, बच्चा को तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया। साथ ही हटा बीएमओ डॉ. उमाशंकर पटेल को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि यह गंभीर लापरवाही है गर्भवती महिला के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। जब कोई व्यक्ति कलेक्टर को फोन लगा सकता है तो उसने आसा कार्यकर्ता को फोन लगाया होगा। डाॅक्टर को फोन लगाया होगा, लेकिन यह लोग अस्पताल नहीं पहुंचे। इस मामले में वेतन रोकने की कार्रवाई की जा रही है। एक, दो लोगों को नौकरी से हटाने की कार्रवाई भी हो रही है। साथ ही डाॅक्टर का बॉन्ड भराया जा रहा है। अब वह ओर अधिक ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं देंगे।