गुना जिले में पोषण आहार (टेक होम राशन) वितरण में गंभीर अनियमितताएं और लापरवाही सामने आई हैं। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने कड़ा रुख अपनाते हुए एकीकृत बाल विकास परियोजना गुना ग्रामीण की सहायक ग्रेड-03 शमा शर्मा और भृत्य कृष्णपाल रघुवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, परियोजना अधिकारी दीपा शर्मा के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव अनुशंसा सहित आयुक्त, ग्वालियर संभाग को भेजा गया है।
मामला कैसे खुला
पूरा प्रकरण तब उजागर हुआ जब 2 नवंबर 2025 को सिंगवासा गांव में पुलिस ने MP08GA3653 क्रमांक का वाहन पकड़ा, जिसमें 200 से अधिक टेक होम राशन के बैग मिले। इन बैगों में हलवा प्रीमिक्स और बाल आहार सामग्री थी। जांच में पता चला कि यह बैग गुना से अशोकनगर बिक्री के लिए ले जाए जा रहे थे, जबकि बैच नंबर परियोजना गुना ग्रामीण का ही था।
ये भी पढ़ें-
शिवराज की सख्ती का कमाल, 11 दिन से लापता नाबालिग 24 घंटे में सकुशल बरामद, जेल पहुंचे आरोपी
जांच में मिली अनियमितताएं
गोदाम स्टॉक और रजिस्टर के मिलान में भारी गड़बड़ी सामने आई। गोदाम की चाबी कृष्णपाल रघुवंशी के पास थी, जबकि वितरण का कार्य शमा शर्मा संभाल रही थीं। दोनों की भूमिका संदिग्ध पाई गई और प्रथम दृष्टया लापरवाही सिद्ध हुई।
वहीं, परियोजना अधिकारी दीपा शर्मा पर निगरानी में विफलता, नियमों की अवहेलना और वित्तीय अनियमितता के आरोप प्रमाणित पाए गए।
प्रशासन का सख्त संदेश
कलेक्टर कन्याल ने इस प्रकरण को शासकीय कर्तव्यों की अवहेलना और वित्तीय अनियमितता मानते हुए तत्काल निलंबन के आदेश जारी किए। मामले की विस्तृत जांच के लिए एसडीएम शिवानी पांडे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है।